होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। हाल ही में आईवी अस्पताल, होशियारपुर में आईवीएफ के एक दुर्लभ मामले का सफलतापूर्वक इलाज किया गया। जानकारी देते हुए गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. अमनदीप मान ने बताया कि पांच साल से शादीशुदा एक युवा जोड़ा बांझपन का सामना कर रहा था। बच्चा पैदा न होने पर निराश दंपत्ति ने कई अस्पतालों का दौरा किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अंततः वे आइवी अस्पताल पहुंचे जहां डॉ. मान द्वारा व्यापक मूल्यांकन के बाद, उनकी बांझपन का कारण बाइलेटरल ट्यूबल ब्लॉकेज पहचाना गया। एक होलिस्टिक और कम्पैशनेट अप्रोच के साथ, डॉ. मान ने दंपत्ति को परामर्श दिया, उनकी स्थिति की जटिलताओं को समझाया और विश्वास पैदा किया कि गर्भधारण वास्तव में संभव है।
उपचार योजना में हाइड्रोट्यूबेशन नामक एक न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया शामिल थी जो बिना किसी चीरे के की जाने वाली ट्यूब खोलने की तकनीक है। यह प्रक्रिया मासिक धर्म चक्र के 7वें दिन सफलतापूर्वक की गई। अगले चक्र में, महिला को उसके मासिक धर्म के दूसरे दिन से ओव्यूलेशन इंडक्शन दवाएं दी गईं। डॉ. मान ने कहा कि चक्र ओव्यूलेटरी सिद्ध हुआ, जिसके परिणामस्वरूप लंबे समय से प्रतीक्षित गर्भाधान हुआ। डॉ. अमनदीप मान ने कहा, ” हमारा ध्यान हमेशा व्यक्तिगत देखभाल प्रदान करने, आशा जगाने और दंपत्ति को परिवार शुरू करने के उनके सपनों को हासिल करने में मदद करने के लिए उन्नत चिकित्सा तकनीकों का उपयोग करने पर रहा है।
इस बीच अस्पताल प्रबंधन ने कंसलटेंट ऑब्सटेट्रिक्स एंड गाइनेकोलॉजी और एक आईवीएफ स्पेशलिस्ट डॉ. गरिमा के आइवी हेल्थ केयर ग्रुप में जॉइनिंग की भी घोषणा की।आईवी अस्पताल, होशियारपुर के फैसिलिटी हेड सुखविंदर सिंह ने कहा, डॉ. गरिमा आईवी अस्पताल, होशियारपुर में साप्ताहिक रिप्रोडक्टिव मेडिसिन क्लिनिक ओपीडी के लिए उपलब्ध रहेंगी।