अज्जोवाल स्कूल में बच्चों को तंबाकू के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देने हेतु सेमिनार का आयोजन

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल अज्जोवाल में स्कूल इंचार्ज स्टेट अवार्डी लेक्चरर शरणदीप कौर की अध्यक्षता में बच्चों को तंबाकू के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देने हेतु एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में मैडम रजनीश,शांति देवी, बबनीत कौर तथा अर्चना विशेष तौर पर शामिल हुए। इस मौके पर लेक्चरर शरणदीप कौर ने कहा कि दुनिया भर में हर साल 80 लाख से अधिक लोगों की मौत तंबाकू सेवन के कारण होती है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि इन आंकड़ों को जानने के बाद भी लोग तंबाकू का सेवन करना नहीं छोड़ते।

Advertisements

तंबाकू प्रोडक्ट्स सिगरेट गुटका आदि के ऊपर ही लिखा होता है कि यह सेहत के लिए हानिकारक है। तंबाकू कैंसर का एक मुख्य कारण है। लेकिन कैंसर होने से पहले ही तंबाकू शरीर के दूसरे भागो को बुरी तरह से प्रभावित करता है। इसमें डाइजेस्टिव सिस्टम सबसे पहले आता है। तंबाकू सेवन सबसे पहले पाचन तंत्र को हानि पहुंचाता है। गुटका तथा स्मोकिंग से पेट में एसिड ज्यादा बनने लगता है जो अल्सर का कारण बनता है। स्मोकिंग लीवर को बुरी तरह से प्रभावित करता है। स्मोकिंग और तंबाकू की वजह से लिवर बाइल और प्रोटीन को ठीक तरीके से प्रोसैस्ड नहीं कर पाता।

लिवर में मौजूद खतरनाक तत्व उसके काम करने की क्षमता को कम करते हैं। जिससे नान एल्कोहल फैटी लीवर और लीवर सिरोसिस की गंभीर समस्या पैदा हो जाती है। मैडम रजनीश ने कहा कि तंबाकू सेवन से पेनक्रियाज भी प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि आज के समय में देखा गया है कि छोटे-छोटे बच्चे भी तंबाकू सेवन को अपनी शान समझते हैं। क्योंकि वह इसके दुष्प्रभावों को नहीं जानते। कई बार बच्चा पिता तथा दूसरे रिश्तेदारों को देखकर तंबाकू की तरफ आकर्षित होता है। तंबाकू से उठने वाले धुएं का प्रभाव तो गर्भवती महिलाओं पर भी पड़ता है। जिसके चलते नए जन्म लेने वाले बच्चों को भी इसके दुष्प्रभावों के कुछ अंश को झेलना पड़ता है। उन्होंने बच्चों से अपील की कि वह भूलकर भी तंबाकू सेवन न करें और स्मोकिंग को हाथ ना लगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here