हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट- रजनीश शर्मा । बरसात ने दो परिवारों से दुधारू पशु छीन लिए और समीरपुर वार्ड से जिला परिषद सदस्य पवन कुमार ने रविवार को उन्हें दो नए दुधारू पशु भेंट कर दिए। समाजसेवा की इस अनोखी मिसाल की पूरे क्षेत्र में खूब चर्चा है। समीरपुर पंचायत के संगरोह गांव में आयोजित एक प्रभावशाली कार्यक्रम में भोरंज विकास संघर्ष समिति के बैनर तले कई लोग एकत्रित हुए। पवन कुमार का संगरोह पहुंचने पर ढोल बजाकर स्वागत हुआ और उन्हें फूल मालाएं पहनाई गई। अपने संबोधन में पवन कुमार ने कहा कि जनता ही उनकी धन दौलत है जिसे कोई नहीं छीन सकता। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ झूठा प्रचार करने वाले आज कहां हैं जो यह कहते नहीं थकते थे कि पवन कुमार का सब कुछ बिक चुका है। आज विपदा की घड़ी में आलीशान गाड़ियों में रात को घर आ, सुबह जल्दी भागने वाले नेताओं को अब जनता पहचान चुकी है। लोग अब उनके झांसे में नहीं आएंगे। पवन कुमार ने कहा कि जनता भी उसी नेता को सम्मान और प्यार देती है जो उनके संकट के वक्त 24 घंटे खड़ा हो। पवन ने कहा कि हजारों लाखों का नुकसान होने के बावजूद कथित समाजसेवी राजनेता दो हजार रुपए भी जेब से निकाल पाए। उन्होंने कहा कि वह लगातार लोगों के सुख दुख में शामिल होते हैं और जनता का भरपूर प्यार उन्हें मिल रहा है। कोरोना काल से शुरू हुई समाजसेवा प्राकृतिक आपदा के बाद भी जारी है।
जिला परिषद सदस्य पवन कुमार ने महेंद्र सिंह पुत्र रोशन लाल गांव संगरोह पंचायत समीरपुर को दुधारू पशु के रूप में भैंस भेंट की। महेंद्र सिंह की भैंस बरसात में मलबे में दबकर मर गई थी। उन्हें भैंस के बदले भैंस दी गई। इसी तरह गांव भंभनोह ग्राम पंचायत दाड़ी केपवन कुमार पुत्र बृज लाल को भी दुधारू पशु के रूप में भैंस भेंट की। दोनों परिवारों ने विपदा की इस घड़ी में पवन कुमार द्वारा की गई मदद आभार जताया है। पवन कुमार अलग अलग वार्डों से जिला परिषद चुनाव जीतने वाले एक मात्र जिला परिषद सदस्य हैं । उन्होंने अपना सारा मानदेय गरीबों में बांट कर समाजसेवा की है। राजनीति में परिवारवाद के वह हमेशा विरोधी रहे हैं। ब्लड डोनर के रूप में इनकी अलग पहचान है। जिला परिषद की बैठकों में हमेशा ज्वलंत प्रश्न पूछ जनता की आवाज को बुलंद रखते हैं ।