संसार से वर्तमान में आतंक का साया हटाना है तो हमें फिर से एक राम बनाना होगा: नरेश पंडित

कपूरथला (द स्टैलर न्यूज़), गौरव मढ़िया: मंगलवार को जहां देश भर में लोगों ने लंकापति रावण के पुतले जलाये वहीँ आज बजरंग दल कपूरथला के सैंकड़ो कार्यकर्ताओ ने जिला प्रधान जीवन वालिया की अधक्ष्ता में देश में बढ रहे आंतकवाद के खिलाफ ज़ोरदार प्रदर्शन करते हुए आंतकवाद रूपी रावण का पुतला जला कर आंतकवाद मुर्दाबाद पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाये। इस अवसर पर प्रदर्शनकारियो को संबोधित करते हुए बजरंग दल पंजाब प्रदेश के पूर्व नरेश पंडित ने कहा कि रावण का सर्वनाश उसके क्रोध और अहंकार के कारण हुआ।श्रीराम ने जब रावण का वध किया, तो इसे बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर देखा गया। ठीक उसी तरह अब आतंकवाद जिहादवाद नाम की बुराई और हैवानियत से पूरी दुनिया परेशान है। अब हमे जिहादी या आतंकवादी को जलाने की शुरुआत दशहरे पर करनी चाहिए।इस अवसर पर प्रदर्शनकारिओ को संबोधित करते हुए बजरंग दल पंजाब प्रदेश के प्रधान नरेश पंडित ने कहा कि भारत भूमि को आतंक की पीड़ा सदैव ही सहनी पड़ी है।चाहे वह सतयुग हो, त्रेता युग हो या द्वापर युग हो।

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इन आतंकियों को तब असुर,राक्षस, दानव, दैत्य, निशाचर जैसे नामों से पहचाना गया था। हिरण्यकश्यप, रावण, कंस ये सभी व ऐसे ही राक्षसवृत्ति के चरित्रों का हमारे यहां ग्रन्थों में उल्लेख मिलता है। नरेश पंडित ने कहा कि भारत धरा पर बाहरी हमले हुये, कभी सिकन्दर तो कभी गौरी, गजनी, फिर मुगल बाद में अंग्रेज भी। जब भी ये आक्रांता इस पर आये, तब इनके द्वारा लूटपाट, मारकाट, ध्वंस व जबरन धर्म परिवर्तन के कारनामों को अंजाम दिया गया। इसी तरह देश की धरती पुन:आतंकी चपेट में आ रही है। इन्हें नक्सली कहो,आतंकवादी कहो, जेहादी कहो, अलगाववादी कहो, उग्रवादी कहो। ये सभी दहशत को फैलाने वाले मानवता के दुश्मन हैं जहां भाईचारे, दया, धर्म, अहिंसा, धैर्य, क्षमा का कोई काम नहीं है। अत:संसार से वर्तमान आतंक का साया हटाना है तो हमें फिर से एक राम बनाना होगा। नरेश पंडित ने कहा कि प्रदूषण वैश्रि्वक समस्या है, लेकिन आतंकवाद उससे भी बड़ी समस्या है। आतंकवाद वह प्रदूषण, वह गंदगी है जिसका निराकरण जरूरी है। आतंकवाद का समूल नाश विश्व शांति के लिए भी अतिआवश्यक है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान व चीन के साथ पांच युद्धों में हमारे 22 हजार से अधिक सैनिक शहीद हुए, जबकि आतंकवाद की बली दो लाख भारतीय चढ़ गये।

उन्होंने कहा कि आतंकवाद भी युद्ध का दूसरा रूप है जो कि हमारे भारत को रक्तरंजित कर रहा है। इस आतंकवाद पर फुल स्टाप लगना चाहिए। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ दुनिया के सभी देशों से एकजुट होने की अपील करते हुए कहा, कोई माने कि हम आतंकवाद से बचे हुए हैं तो गलतफहमी नहीं पाले। आतंकवाद की कोई सीमा और कोई मर्यादा नहीं होती। वह कहीं पर जाकर किसी भी मानवतावादी चीजों को नष्ट करने पर तुला हुआ है। इसलिए विश्व की मानवतावादी शक्तियों का आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होना अनिवार्य हो गया है। नरेश पंडित ने कहा, आतंकवाद मानवता का दुश्मन है। प्रभु राम मानवता का प्रतिनिधित्व करते हैं। मानवता के उच्च मूल्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं। मानवता के आदर्शों का प्रतिनिधित्व करते हैं और मर्यादाओं को रेखांकित करते हैं और वे विवेक, त्याग, तपस्या की एक मिसाल हमारे बीच छोड़ कर गए हैं। बजरंग दल के जिला प्रधान जीवन प्रकाश वालिया ने अपने संबोधन में सवाल किया कि आतंकवाद के खिलाफ सबसे पहले कौन लड़ा था? फिर खुद ही जवाब दिया, रामायण गवाह है कि आतंकवाद के खिलाफ सबसे पहले जिसने लड़ाई लडी थी, वो जटायु ने लडी थी।

एक नारी की रक्षा के लिए रावण जैसी सामर्थ्यवान शक्ति के खिलाफ जटायु लड़ता रहा,जूझता रहा। आज भी अभय का संदेश कोई देता है तो वह जटायु देता है, इसलिए सवा सौ करोड़ देशवासी राम तो नहीं बन पाते हैं। लेकिन अनाचार,दुराचार,अत्याचार के सामने हम जटायु के रूप में तो कोई भूमिका अदा कर सकते हैं। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश कार्यकारणी के सदस्य राजेश पासी, जिला महासचिव एडविकेट पियूष मनचंदा, जिला उपप्रधान धर्मपाल महाजन, मंदिर धर्मसभा के महासचिव विजय खोसला, बजरंग दल के जिला प्रभारी चंद्रमोहन भोला, जिला उपप्रधान आनंद यादव, जिला उपप्रधान संदीप अग्रवाल, विश्व हिन्दू परिषद् के सीनियर जिला उपप्रधान मंगतराम भोला, जिला उपप्रधान जोगिंदर तलवाड़, जिला उपप्रधान ओमप्रकाश कटारिया, विधियार्थी प्रमुख गुलशन महरा, बजरंग दल के  शहरी प्रधान चंदन शर्मा, विहिप नेता  गोविन्द राम सहित बड़ी संख्या में बजरंग दल व् भाजपा के कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।

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