सतगुरू के हुक्म से की गई सेवा ही असली सेवा : महात्मा डा. रत्न सिंह जी

होशियारपुर(द स्टैलर न्यज़): दिल्ली में इस साल हुए 70 वें अंतराष्ट्रीय संत निरंकारी समागम की सफलता पूर्वक सपन्न होने पर हरियाना ब्रांच के संत निरंकारी सेवादल के संचालक महात्मा सुरिंदर सिंह की नेतृत्व में क्षमा याचना दिवस मनाया गया। जिसकी अध्यक्षता ब्रांच के मुखी महात्मा डा. रत्न सिह ने की। इस अवसर पर सेवादल के द्वारा सारे साल की गई सेवाओं में और 70वें अंतराष्ट्रीय निरंकारी समागम के समय जाने अनजाने में हुई भूलों के लिए सतगुरू निरंकार प्रभु और साधसंगत के पास से क्षमा मांगी और अरदास की कि मानवता की सेवा करते हुए किसी प्रकार की भूलें न हो, सेवादल के शरीर निरोग व तंदरूस्त रहें जो मानवता की सेवा निरंतर करते रहें।

Advertisements

इस अवसर पर मुखी महात्मा डा. रत्न सिंह जी ने फरमाया कि निरंकारी सेवादल संगतों की सेवा के लिए बना है। उन्होंने कहा कि सतगुरू के हुक्म के अनुसार की गई सेवा ही असली सेवा है, जो गुरूसिख के जीवन को खुशहाल कर देती है। उन्होंने आगे कहा कि सतगुरू सर्व शक्तिमान होता है और ज्ञान का दाता होता है जो इंसान सतगुरू से ब्रह्मज्ञान प्राप्त करके गुरू के हुक्म में रहकर प्रभु की भक्ति और मानवता की सेवा करता है उसके जीवन के कोई कमी नहीं रहती, जीवन खुशियों से भरपुर हो जाता है।

इस दौरान संचालक सुरिंदर सिंह व शिक्षक बलदेव सिंह ने सेवादल के लिए सतगुरू माता संविदर हरदेव जी महाराज से आर्शीवाद की कामना करते हुए कहा कि सारे सेवादल को निरोग और तंदरूस्त रखना ताकि सारा सेवादल मानवता की सेवा में अपना सहयोग देता रहे। इस अवसर पर सेवादल सभी अधिकारी, सदस्य और हजारों की सं यामें संगतें हाजिर थी। सेवादल ने इस अवसर पर पी0 टी0 परेड की और क्षमा याचना गीत हम है भुल्लनहार, तुम हो बशनहार क्षमा याचना सतगुरू प्रस्तुत करके सारी संगत से क्षमा याचना की प्रार्थना की।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here