होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़): योग प्रचार के लिए अमेरिका में विशेष तौर पर पहुंचे योग साधन आश्रम होशियारपुर के मुख्य आचार्य चंद्र मोहन जी ने मिलपिट्स शहर में वहां के योग साधकों की जिज्ञासा को पूरा करते हुए उन्हें योग प्रणाली से परिचित करवाया | उन्होंने कहा कि प्रभु रामलाल जी महाराज योग की विद्या को हमारे लिए लाए तथा इस विद्या का सदगुरु देव चमन लाल जी महाराज ने कई देशों में प्रचार किया और आज हजारों लोग इस विद्या से लाभ उठा रहे हैं | उन्होंने कहा कि योग प्रणाली एक सरल चिकित्सा एवं आध्यात्मिक क्रिया है | जो हमारे जीवन के तीन उद्देश्यों को पूरा करने में सहायक होते हैं | उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम यह शरीर के रोगों को दूर करने में मदद करती है | योग की इस शाखा को हठयोग कहते हैं | दूसरा यह मन के रोगों के निवारण का रास्ता बताती है | जीवन में जीव वस्तुओं और दूसरे जीवों में खुशी ढूंढता है लेकिन यह सीमित और अस्थायी खुशी होती है|
वास्तविक खुशी तो अहिंसा, सत्य,अस्तेय, ब्रह्मचर्य एवं अपरिग्रह का पालन करते हुए प्राप्त होती है | मन के दुखों से छूटने का तथा स्थाई खुशी प्राप्त करने का मार्ग बताने वाली इस शाखा को राज योग कहते हैं | उन्होंने कहा कि योग का तीसरा उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति है जो इस विद्या द्वारा हासिल किया जा सकता है | उन्होंने बताया कि इस रास्ते पर संसार की चीजों में बिना आसक्त हुए अपने कर्तव्यों का पालन करके इसे प्राप्त किया जा सकता है | इसमें कर्म को त्यागना नहीं होता बल्कि कर्म को कर्म योग में बदलना होता है | जिससे वस्तुओं व जीवों से वैराग्य तथा प्रभु से युक्त रहकर निष्काम भाव से कर्म करते हुए हम कर्म योग पर चलते हैं तथा ईश्वर के साथ हमारी वृत्ति जुड़ी रहती है | जिसे साधारण शब्दों में ध्यान कहा जाता है | इस उपरांत उन्होंने साधकों को जलनेति, अक्षि प्रक्षालन क्रियाएं करवाई और वमन करने की विधि बताई | इसके अलावा उन्हें प्राणायाम, कपालभाती, अग्निसार क्रियाओं के साथ-साथ स्कंदचालन, नाभिचालन,ग्रीवाचालन, सर्वोतान आदि साधनों का अभ्यास करवाया | इस मौके पर उन्होंने वहां उपस्थित साधकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के जवाब देकर उनकी जिज्ञासा को शांत किया |