टौणी देवी में नन्हे वैज्ञानकों के मॉडल बने आकर्षण का केंद्र 

हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रजनीश शर्मा । शिक्षा में, “प्रदर्शनी” शब्द उन परियोजनाओं, प्रस्तुतियों या उत्पादों को संदर्भित करता है जिनके माध्यम से उन्होंने सीखा है एक प्रदर्शनी आम तौर पर अपने आप में एक सीखने का अनुभव और शैक्षणिक प्रगति और उपलब्धि का मूल्यांकन करने का एक साधन है। इसी  कड़ी में  राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टौणी देवी के कलाम विज्ञान क्लब,रामानुजम गणित क्लब एवं समाज विज्ञान  के छठी से आठवीं कक्षा के  छात्र-छात्राओं  ने विद्यालय परिसर में प्रदर्शनी लगाई। इस प्रदर्शनी में भारत दर्शन,विविधता में एकता,स्वतंत्रता सेनाइयों की जीवनी, ड्रोन ,सिचाई , सौर मंडल, जल निकासी पैटर्न, पवनचक्की, खेत के लिए अलार्म  और  बिजली पैदा करने के साधन जैसे विभिन्न विषयों पर कई मॉडल प्रस्तुत किए एवं चार्ट प्रदर्शित किये गये।

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60 चार्ट युक्त वर्किंग मॉडल बने आकर्षण का केंद्र

 कुल मिलाकर 60 चार्ट युक्त वर्किंग मॉडल तैयार किये गये। गणित प्रदर्शनी एक्टिविटी कार्नर के साथ पूरे जोश और उत्साह के साथ आयोजित की गई। प्रदर्शनी को सफल बनाने के लिए विद्यार्थियों ने कड़ी मेहनत की।  प्रदर्शनी का शुभारंभ सेवानिवृत प्रधानाचार्य  विजय गौतम जोकि स्वंय विज्ञान अध्यापक रहे हैं, ने रिबन काटकर किया उन्होंने सभी अध्यापकों के साथ , छात्रों द्वारा बनाये   गए विभिन्न मॉडलों को देखा  और छात्रों द्वारा दिए गए विवरणों का आकलन किया ।

जीवन में गुणवत्ता के लिए वैज्ञानिक सोच जरूरी : विजय गौतम 

रिटायर्ड प्रिंसिपल विजय गौतम ने  बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान युग विज्ञान का युग है और विज्ञान ही मानव समाज व देश के विकास का मुख्य द्वार है तथा इसके माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों एवं अंधविश्वासों का अंत संभव है। इस तरह की  प्रदर्शनियों से अपेक्षा की जाती है कि छात्र तथा अध्यापक विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास तथा नए अनुसंधानों द्वारा, समाज में प्रगति लाने एवं उन्हे पोषित करने में मानव प्रयासों के सभी पहलुओं पर विचार करेंगे, जिससे जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सके। 

बच्चों में वैज्ञानिक अभिवृत्ति को जागरूक  करना मुख्य उद्देश्य : रजनीश रांगड़ा

प्रधानाचार्य रजनीश रांगड़ा ने मुख्य अतिथि को सम्मानित करते हुए कहा कि  बच्चों की शिक्षा में जब तक तकनीकी शिक्षा अर्थात विज्ञान का समावेश नहीं होगा तब तक विद्यार्थी जीवन में सफलता प्राप्त नहीं कर सकते, क्योंकि जीवन में हर छोटी बड़ी क्रियाओं में विज्ञान का समावेश होता है, जिसके बिना जीवन की कल्पना नही कर सकते। उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शनी को आयोजित करने का उद्देश्य बच्चों में वैज्ञानिक अभिवृत्ति को जागरूक करना था। स्कूल हमेशा प्रयास करता है कि विद्यार्थियों को वह हर मंच प्रदान करे, जिससे वे देश के विकास में अपना योगदान दे सकें।

विज्ञान प्रदर्शनी में सर्वश्रेष्ठ मॉडल सम्मानित 

रजनीश रांगड़ा ने  सोनिया चौहान, तनु सेन एवं सुकेश के मार्गदर्शन   में  सभी बच्चों को एक स्तरीय प्रदर्शनी लगाने के लिए बधाई दी I निरीक्षण, निर्णायक मंडल द्वारा किया गया  जिसमें विज्ञान   मॉडल में आदित्य प्रथम   कोमल, संतोष     द्वितीय,  नवीन, यश्रव  तृतीय , समाज में भावना     प्रथम,    याश्मीन,  आदित्य   द्वितीय, गणित में अंजलि प्रथम, दिव्यांश, गौरव, शिवानी  द्वितीय, तृतीय जतिन, अंश, मन्नत, भावना, जिया जबकि एक्टिविटी कार्नर में विज्ञान में अंजलि,    प्रथम दीक्षा,प्रिया, द्वितीय भूमिका, कनिका, तृतीय  समाज में अंश, प्रियांशु, रूचि, प्रथम, चेतना ,याश्मीन, कनिका, द्वितीय स्थान पर रहे इस अवसर पर सुरेश, राजेश, हेम लाल, बलबीर सहित सभी अध्यापक उपस्थित रहे।

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