युवा पीढ़ी को संस्कारों के साथ सनातनी संस्कृति का बोध कराना जरूरी: संजीव अरोड़ा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। भारत विकास परिषद की तरफ से प्रधान रजिंदर मोदगिल की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें सभी सदस्यों द्वारा विचार-विमर्श किया गया। इस मौके पर विशेष तौर पर प्रांतीय कनवीनर (नेत्रदान रक्तदान) व प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा उपस्थित हुए। इस अवसर पर संजीव अरोड़ा ने कहा कि वैलनटाई-डे की जगह हमें अपनी संस्कृति से जुड़े त्योहार को मनाना चाहिए क्योंकि वैलनटाई-डे हमारी भारतीय संस्कृति के अनुकूल नहीं है और दिन-प्रतिदिन आज के युवा अपनी संस्कृति को भूलते हुए ऐसे पश्चिमी सभ्याता की तरफ जा रहे हैं जिसको हमारे ही लोग बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपने बच्चों को शुरू से ही अपनी संस्कृति के साथ जुड़े रखने के लिए हर त्योहार की जानकारी मुहैया करवानी चाहिए तथा अच्छे व बुरे का भेद भी बताना चाहिए।

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इस मौके पर प्रधान रजिंदर मोदगिल व सचिव एचके नक्कड़ा ने कहा कि वैलनटाई-डे का त्योहार जिन देशों में व जिन लोगों के लिए बना हुआ है वह मनाए उससे हमें कोई इंतराज नहीं है, लेकिन हमारी युवा पीढ़ी अपने त्योहारों को छोडक़र उन त्योहारों को अपना रही है जोकि हमारी संस्कृति से कोसो दूर है। इसी लिए युवाओं को चाहिए कि वह समझदारी व विवेक से कार्य करते हुए अपने धर्म ग्रंथों को पढ़े तथा उनकी शिक्षाओं को अपनाकर उसी का ज्ञान ही सभी में बांटे। इस अवसर पर विजय अरोड़ा, एनके गुप्ता, शाखा बग्गा, नवीन कोहली, दीपक मेंहदीरत्ता, कुलवंत सिंह पसरीचा, अमरजीत शर्मा, नितिन गर्ग, तरसेम मोदगिल आदि मौजूद थे। 

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