सालाना बजट में लवारिस गऊधन के लिए फंड न रखना निंदनीय: अशवनी गैंद

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सड़कों पर धूम रहे लवारिस गऊधन के रख-रखाव के लिए सलाना बजट में धन राशि न रखने पर सरकार की धोर निंदा करते हैं, उक्त विचार नई सोच वेलफेयर सोसायटी के संस्थापक अध्यक्ष अशवनी गैंद एवं पूर्व पार्षद सुरेश भाटिया बिट्टू ने प्रगट किए। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा 13-14 आईटमों पर गऊ सैस लेने के बावजूद बजट में लवारिस गऊधन के बारे में, या गऊशालाओं में पल रहे गऊधन के बारे में कोई धन राशि न रखना सरासर गलत है क्योंकि चुनाव लड़ते समय आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा जारी मैनीफेस्टो में एक वायदा गऊधन के सांभ संभाल का भी किया गया था लेकिन चुनाव जीतने के बाद गऊधन के बारे में न सोचना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है जिसकी नई सोच संस्था कड़े शब्दों में निंदा करती है और पंजाब सरकार को कड़े शब्दों में चेतावनी देती है कि जल्द ही अगर लवारिस गऊधन के मसले पर ध्यान नहीं दिया तो सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी पंजाब सरकार की होगी।

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उन्होने कहा कि गऊमाता को मां का दर्जा दिया गया है और गऊमाता में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास है और गृह प्रवेश के समय गऊ बछड़े को प्रवेश पहले करवाया जाता है और फिर परिवार प्रवेश करता है और भगवंत मान सरकार ने तीसरा बजट पेश करते हुए भी सड़कों पर धूम रहे लवारिस गऊधन की गम्भीर समस्या की तरफ ध्यान न देकर अपने चुनावी घोषणा पत्र को झूठा साबित करने के साथ साथ धर्म विरोधी होना भी साबित किया है। मौके पर मौजूद अशवनी ओहरी, राजेश शर्मा, नरीज गैंद, राजू वालिया, शिवम गैंद, मयंक जोशी, मणि शर्मा आदि।

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