पंजाब के जिला फरीदकोट के जैतों से बड़ी खबर है। जहां पर विद्यार्थियों के दो गुटों के झगड़े को निपटाने पहुंचे डी.एस.पी. बलजिंदर सिंह संधू की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लग गई। घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस द्वारा मामले की जांच शुरु कर दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक डी.एस.पी. के एक गनमैन को भी गोली लगने का समाचार है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
जानकारी अनुसार फरीदकोट के जैतों में पंजाबी यूनिवर्सिटी के रीजनल कैंपस में विद्यार्थियों के दो गुटों के बीच झगड़ा हो गया था। विद्यार्थियों के एक गुट ने थाना प्रभारी पर उनके एक साथी को नाजायज पिटने का आरोप लगाते हुए धरना लगाकर रोष प्रदर्शन करना शुरु कर दिया था। इसकी सूचना मिलने पर डी.एस.पी. बलजिंदर सिंह संधू मौके पर पहुंचे थे। रिपोर्टस के अनुसार विद्यार्थियों को समझाने दौरान अचानक चली गोली से डी.एस.पी. व उनका एक गनमैन बुरी तरह से घायल हो गए। डी.एस.पी. को तुरंत मैडीकल कालेज ले जाया गया, जहां पर बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया, जबकि गनमैन की हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस द्वारा गोली चलाने वाले एवं कारणों की जांच शुरु कर दी गई है।
जानकारी अनुसार धरने दौरान ही दूसरे पक्ष के विद्यार्थी भी धरने में पहुंच गए थे तथा धरना लगाने वालों ने डी.एस.पी. पर कथित तौर पर आरोप लगाया कि वे उन्हें लेकर आए हैं। प्राप्त जानकारी अनुसार यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि धरने दौरान डी.एस.पी. पर पक्षपात करने के लग रहे आरोपों से क्षुव्ध होकर डी.एस.पी. ने अपनी सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली, जिससे उनकी मौत हो गई व उनका एक गनमैन घायल हो गया। मगर, अभी तक यह असमंजस बरकरार है कि गोली उन्हीं की रिवाल्वर से चली या किसी और न चलाई। पुलिस द्वारा इस बात की बारीकी से जांच शुरु कर दी गई है।
जानकारी अनुसार विद्यार्थी एस.एच.ओ. द्वारा उनके एक साथी की नायाज मारपीट व एस.एच.ओ. पर कार्रवाई के विरोध में धरना लगाए हुए थे कि उन्हें समझाने पहुंचे डी.एस.पी. के साथ घटना घट गई।
मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने पत्रकारों के साथ बातचीत में इस घटना पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि मामले की जांच शुरु कर दी गई है और जल्द ही इसके पीछे के कारणों का पता चले जाएगा।