होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। श्री राम चरित मानस प्रचार मंडल की तरफ से श्री राम भवन चांद नगर बहादुरपुर में स्वामी श्री श्री 1008 प्रकाशानंद सरस्वती जी महाराज के सानिध्य में आयोजित श्री राम नवमीं महोत्सव के तीसरे दिन शाम पुरी व उनकी धर्मपत्नी ने पूजन करके कथा का शुभारंभ करवाया। तीसरे दिन की कथा को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि 25 वर्ष तक मनुष्य को पढ़ाई करनी चाहिए, इसके बाद 50 साल तक की उम्र तक ग्रहस्त व संसारिक कार्यों को पूर्ण करना चाहिए तथा जैसे ही इक्यावन, वावन उम्र का पढ़ावा आए तो समझ जाना चाहिए कि अब ये हमें वन में जाने का संकेत कर रहे हैं। यानि कि इनके पीछे वन लग गया जो वन जाने को कह रहा है। अर्थात सन्यासी जैसा जीवन जीकर प्रभु भक्ति में जीवन को लीन कर देना चाहिए और अंत में प्रभु चरणों में विलीह होना है। लेकिन संसारिक मोह माया में फंसा व्यक्ति शास्त्रों का अनुसरन भूल जाता है। पुरातन समय में हर व्यक्ति इसका अनुसरन करते हुए हर कार्य प्रभु को अर्पित करता था। साध्वी किशोरीदासी ने बताया कि पूर्व जन्म के कर्मों का फल था कि राजा दशरथ भगवान के पिता बने और कौशल्या उनकी माता। जैसा आहार होता है वैसा ही व्यक्ति का व्यवहार बन जाता है और हमारे देश में व्यक्ति के स्वभाव की परीक्षा आहार से होती है। इसलिए जो लोग सात्विक भोजन पाते हैं उनका मन सेवा और अध्यात्म में अधिक लगता है। इस मौके पर उन्होंने रामा रामा राम सीता राम राम राम, भजन से उपस्थिति को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस दौरान आशीर्वाद देते हुए स्वामी श्री श्री 1008 प्रकाशानंद जी सरस्वती जी ने कहा कि हमें भगवान से कभी कुछ नहीं मांगना चाहिए। लेकिन भगवान बहुत कौतुकि हैं और वह भक्त से मंगवाते हैं। शास्त्रों में लिखा है कि भगवान से मांगना नहीं चाहिए। जब भी हम भगवान से मांगते हैं तो दुख ही मांगते हैं। भगवान कहीं आते जाते नहीं, क्योंकि वह सर्वव्यापक हैं और उन्हें हरेक की इच्छा का पता है। इसलिए भगवान की कथा सुनों, भजन करो, सतसंग करो, यह सब करने से भगवान की कृपा खुद-ब-खुद प्राप्त होने लगेगी। आरती उपरांत श्रद्धालुओं ने प्रसाद रुपी भंडारा ग्राहण किया। इस दौरान प्रधान हरीश सैनी ने सभी का धन्यवाद किया और बताया कि कथा रोजाना सायं 6 से 9 बजे तक होती है तथा नगर निवासी अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर धर्म का लाभ लें। इस मौके पर पार्षद मीना शर्मा व अशोक मेहरा, हरीश आनंद, संजीव अरोड़ा, कमल वर्मा, आशू शर्मा, अश्वनी छोटा, पवन शर्मा, कृष्ण गोपाल आनंद, मास्टर निहाल चंद, भारत भूषण वर्मा, एसपी गौतम, पंडित राम शास्त्री, रमन खन्ना, तिलक राज वर्मा, सुरजीत सोनी, हिमांशू सिंगला, रामपाल शर्मा, सतपाल ढंगरा, किरन ढींगरा के अलावा बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने कथा श्रवण की।