होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। ऐन्टी करप्शन सोसायटी के चेयरमैन संदीप शर्मा जी की अध्यक्षता में सोसायटी के उच्चाधिकारियों नें नगर निगम कमिशनर मैडम अमनदीप कौर से उनके कार्यालय में भेंट की। ऐन्टी करप्शन सोसायटी ने नगर निगम कमिश्नर के ध्यान में यह बात लाई है कि जब भी नगर निगम की सड़कें बनती है, उनमें घटिया किस्म का मैटीरियल इस्तेमाल किया जाता है। सड़क बनने के एक साल के भीतर ही सड़क टूटने लग जाती है। सड़क का लैवल भी नगर निगम की इंजीनियरिंग शाखा द्वारा चैक नही किया जाता। परिणाम यह होता है कि बरसात के दिनो में पानी एक तरफ खड़ा हो जाता है तो सड़क टूटने लग जाती है। उदाहरण के तौर पर जो सड़क कमेटी बाज़ार से घंटाघर तक बनाई गई वो मुंह बोलती नगर निगम की तस्वीर है। उसमें घटिया मैटीरियल और टैंडर द्वारा जो शर्तें लिखी गई थीं उन शर्तों को पूरा किये बिना इस सड़क का निर्माण किया गया। नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही के कारण सड़क बिना लैवल और घटिया किस्म के मटीरियल के कारण सड़क एक साल में टूटने लग जाती है। अफसर नगर निगम में बैठकर ही सड़क की खानापूर्ति कर लेते हैं और उसको बनाने के लिये स्वीकृति दे देते हैं। देश को आज़ाद हुये 77 साल हो गये हैं पर अभी तक लोगों को मूलभूत सुविधाओं से भ्रष्टाचार के कारण वंचित रहना पड़ता है।
सड़कों के निर्माण पर लोगों के खून पसीने की कमाई टैक्स के रूप में ली जाती है पर उसका इस्तेमाल सही नही हो पा रहा है। ऐन्टी करप्शन सोसायटी ने नगर निगम कमिशनर को सुझाव दिया कि जब भी किसी सड़क का टैंडर निकलता है और टैंडर की प्रक्रिया फाईनल होने के बाद उस सड़क पर बोर्ड लगाना चाहिये ताकि लोगों को पता चले कि सड़क की अनुमानित लागत क्या है और इसकी समापन अवधि क्या है जो नगर निगम द्वारा तय की जाती है। जो भी पार्टी इस टैंडर का ठेका लेती है वो इसकी गुणवत्ता का ध्यान रखे और नगर निगम के अफसर इसका समय पर निरीक्षण करें ताकि लोगों को अच्छी मैटीरियल वाली सड़क मिल सके। नगर निगम कमिशनर के ध्यान में एक महत्वपूर्ण बात लाई गई है कि बहादुरपुर चौंक से धोबी घाट चौंक तक जो सड़क बनी हुई है उस सड़क पर 6 या 7 जगह गट्टर सड़क से 2 या 3 इंच नीचे है जोकि रात के समय दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। उन गट्टरों के ऊपर रिंग रखकर उनको सड़क के लैवल के बराबर किया जाये जोकि पब्लिक के हित में हैं। इस प्रतिनिधि मंडल में वाईस चेयरमैन महेश कपूर, महासचिव सुदर्शन सिंह बेदी और डायरैक्टर किरन चोपड़ा मौजूद थे।