होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: समीर सैनी/गुरजीत सोनू। तहसील परिसर में पुराने रिकार्ड को संभालने के लिए तहसीलदार अरविंद प्रकाश वर्मा द्वारा स्टाफ एवं सोनालीका उद्योग समूह के सहयोग से सराहनीय प्रयास किए गए हैं। जिसके चलते वर्षों से दीमक और बारिश के पानी की मार झेलकर खराब हो रहे रिकार्ड रुम व रिकार्ड को एक नई जिंदगी मिली है। इतना ही नहीं उनके द्वारा प्रत्येक गांव के रिकार्ड को पंक्तिबद्ध तरीके से रखवाया गया है ताकि जरुरत पडऩे पर कोई भी रिकार्ड आसानी के साथ मिल सके।
तहसील का दौरा करने पर इस सराहनीय पहल के बारे में द स्टैलर न्यूज़ के संवाददाता समीर सैनी ने तहसीलदार अरविंद प्रकाश वर्मा के साथ विशेष बातचीत की।
एक सवाल के जवाब में तहसीलदार अरविंद प्रकाश वर्मा ने बताया कि जब उन्होंने होशियारपुर में ड्यूटी संभाली तो तहसील का दौरा करने पर कई खामियां सामने आईं। जिसमें सबसे बड़ी खामी थी रिकार्ड रुम की खस्ताहालत। जिसे लेकर उन्हें काफी दुख हुआ कि इतना महत्वपूर्ण रिकार्ड और इतनी दयनीय स्थिति में रखा गया है। उन्होंने बताया कि रिकार्ड को दीमक लगी हुई थी और बारिश होने की सूरत में छत से टिप-टिप करके गिरता पानी उसे और खराब कर रहा था। इसलिए उन्होंने इसे प्राथमिकता के आधार पर ठीक करवाने की ठानी व इसके लिए प्रयास शुरु किए। उन्होंने बताया कि उन्होंने छत व कमरे की हालत सुधारने के लिए जहां लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ बात की वहीं सोनालीका उद्योग समूह के ध्यान में यह बात लाने पर उनके द्वारा प्रदान किए गए महत्वपूर्ण योगदान के चलते रिकार्ड रुम की दशा और दिशा दोनों बदल दी गई। इस कार्य में स्टाफ द्वारा भी भरपूर सहयोग किया गया।
एक अन्य सवाल के जवाब में तहसीलदार अरविंद प्रकाश वर्मा ने बताया कि रिकार्ड को पंक्तिबद्ध करके रखा जा रहा है तथा उसकी पुन: बाइंडिंग करवाई जा रही है ताकि जरुरत पडऩे पर रिकार्ड ढूंढने में किसी तरह की दिक्कत पेश न आए। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति को पक्के तौर पर रिकार्ड की बाइडिंग करने के लिए लगाया गया है और जल्द ही यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके साथ जल्द ही रिकार्ड रुम के दरवाजे भी नए लगवाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि जहां व्यक्ति ने नौकरी करनी होती है उस स्थान पर जैसे घर में स्वच्छता रखी जाती है व हर चीज की संभाल की जाती है वैसी ही संभाल कार्यालय में भी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी यह कोशिश रहती है कि तहसील परिसर में किसी को भी परेशानी का सामना न करना पड़े और समय पर सभी के कार्य हों।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जिलाधीश और एस.डी.एम. के निर्देशों पर तहसील परिसर में भ्रष्टाचार करने की इजाजत किसी को नहीं है बल्कि वह खुद समय-समय पर तहसील का दौरा करके इस बात को पुख्ता करते हैं कि भ्रष्टाचार न हो। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा तहसील स्टाफ को सरकार आदेशों अनुसार तय समय में सभी के कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं, कभी-कभार कागजात में कमी के कारण देरी हो सकती है और ऐसे केस बहुत कम सामने आते हैं।