होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। हिमाचल पुलिस ने साले द्वारा किए गए प्रेम विवाह की सजा उसकी बहन व जीजा को दिए जाने से आहत उसका जीजा ने हिमाचल पुलिस पर प्रताडऩा करने का कथित आरोप लगाते हुए घर छोडक़र जाने से हिमाचल पुलिस सवालों के घेरे में आ गई है। पंडित बलदेव के घर छोडक़र चले जाने से सारा परिवार सकते और परेशानी में है तथा उन्हें डर है कि पुलिस द्वारा किए गए वर्ताव से तंग वे कहीं कोई गलत कदम न उठा लें। जिसके चलते उनमें बेचैनी का माहौल पाया जा रहा है।
जानकारी अनुसार कुछ दिन पहले पहले हिमाचल प्रदेश की देहरा पुलिस के पास देहरा के समीपवर्ती गांव खुदियाना की रहने वाली एक लडक़ी के परिजनों ने शिकायत दी थी। उन्होंने शिकायत में बताया था कि उनके लडक़ी 2 जनवरी 2018 को घर से अचानक लापता हो गई है तथा उसे होशियारपुर का रहने वाला रिंकी पुत्र राम कृष्ण शादी का झांसा देकर बहला फुसला कर भगा ले गया है। रिंकू अपनी बहन से मिलने 4 जनवरी को देहरा आया था। रिंकू की तलाश में देहरा पुलिस 3 दिन पहले होशियारपुर पहुंची थी तथा उसके न मिलने की सूरत में पुलिस उसकी बहन सोनिया एवं जीजा पंडित बलदेव को पूछताछ के लिए साथ ले गई थी। परन्तु वहां पर पुलिस द्वारा पंडित बलदेव को कथित तौर पर प्रताडि़त किया गया।
इस संबंधी जानकारी देते हुए सोनिया ने बताया कि पुलिस की प्रताडऩा से तंग आकर उसके पति दो पन्नों का एक पत्र लिखकर घर से कहीं चले गए हैं। उसने बताया कि पत्र में साफ तौर पर लिखा है कि वे हिमाचल पुलिस की प्रताडऩा से तंग आकर घर छोडक़र जा रहे हैं तथा अगर उसे कुछ हो गया तो इसकी सारी जिम्मेदारी हिमाचल पुलिस की होगी।
गौरतलब है कि इसी केस में पुलिस ने पिछले कल 13 मार्च को देर सायं करीब 7 बजे बस स्टैंड होशियारपुर पर बस से उतरते ही एक युवती को घेर लिया था तथा पूछताछ करनी लगी थी। इसी दौरान वहां पर मौजूद एक पत्रकार ने पुलिस ने युवती को रोके जाने संबंधी कारण भी पूछा था तो पुलिस का कहना था कि उन्हें एक युवती की तलाश है जो घर से नाराज होकर आई है तथा ये वो लडक़ी नहीं थी तथा उसे जाने दिया गया है। आशंका जताई जा रही है कि पुलिस उक्त केस में ही शायद युवती की तलाश कर रही हो तथा मामला उजागर न हो इसलिए इसे छिपाया जा रहा था। इतना ही नहीं पुलिस की ऐसी कार्रवाई से कई सवाल भी उठने स्वभाविक हैं कि हो न हो युवती किसी बड़े परिवार से संबंधित लगती है जोकि पुलिस की कार्यवाही में इतनी तेजी हो, जबकि कई बड़े केसों में भी पुलिस इतनी तत्परता नहीं दिखाती।