पार्किंग खा गए मॉल मालिक और चालान कटवाए जनता

DSC09574होशियारपुर। होशियारपुर में इन दिनों ट्रैफिक पुलिस द्वारा सडक़ों पर गल्त ढंग से पार्क किए वाहनों को टो करके ले जाने व चालान काटने का प्रावधान शुरु किया गया है। पुलिस की इस कार्यवाही से कुछेक होशियारपुर वासी राहत महसूस कर रहे हैं, परन्तु अधिकतर लोग इस कार्यवाही से खासे नाराज भी हैं, क्योंकि शहर में कहीं पर भी उपयुक्त पार्किंग सुविधा न होने के चलते लोगों को सडक़ों के किनारे पर ही वाहन पार्क करने को मजबूर होना पड़ता है। इतना ही नहीं शहर में जो मॉल इत्यादि बने हैं उनमें से 99 प्रतिशत ऐसे हैं जहां नक्शा पास करवाते समय तो शायद पार्किंग का पूरी सुविदा का प्रावधान दिखाया गया होगा, परन्तु मौजूदा स्थिति मिलीभगत की कुछ और ही स्थिति बयान करती है। हालात यह हैं कि ज्यादातर मॉल से पार्किंग स्थल पूरी तरह से गायब हो चुका हैं तथा आजतक किसी पर कार्रवाई करनी शायद ही नगर प्रशासन द्वारा जरुरी समझी गई हो। आज कमालपुर चौक से फगवाड़ा चौक के मध्य पर सिंगला अस्पताल के समीप जहां पर बने एक मॉल मालिक द्वारा पार्किंग के लिए छोड़ी गई जगह का दुकानों के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है के बाहर एक गाड़ी खड़ी थी। गाड़ी वाला अपने बच्चे को लेकर सिंगला अस्पताल में दिखाने आया हुआ था। पार्किंग की कमी के चलते उसने अपनी गाड़ी मॉल के आगे खड़ी की थी, जहां पर पहले से ही मॉल में पहुंचे लोगों की गाडिय़ां खड़ी थी। वे गाडिय़ां इसलिए वहां खड़ी थी क्योंकि मॉल की पार्किंग स्थान पर दुकानें चलाई जा रही हैं। इसी दौरान वहां पर ट्रैफिक पुलिस वाले अपनी टो वैन लेकर पहुंच गए। इससे पहले कि वे कार को टो करके ले जाते गाड़ी का मालिक अपने बच्चे को अस्पताल में दिखाकर वहां पर पहुंच गया। इस मौके उसकी पुलिस वालों के साथ कार टो करने को लेकर थोड़ी बहस बाजी भी हुई। परन्तु मॉल के बाहर नियमों के विपरीत लगी अन्य गाडिय़ों पर उनकी नकार नहीं पड़ी। जब बात नहीं बनी तो एक पुलिस वाले ने कार के भीतर लगी जालियां उतार ली और उसे आगे से गाड़ी सडक़ पर न खड़ी करने की हिदायत दी। इसी बीच एक पुलिस वाले के साथ बातचीत दौरान जब उसे यह कहा गया कि बड़ी-बड़ी इमारतें बनाने वालों ने पार्किंग की जगह भी किराये पर दे रखी है उन पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए तो उसने कहा कि यह उसके अधिकार क्षेत्र में नहीं है व इमारतों के मालिकों पर कार्रवाई करना नगर निगम के अधिकार में है। अब सवाल यह खड़ा होता है कि बड़ी-बड़ी इमारतें बनाकर माल तो खाएं मालिक और पार्किंग न होने का दंश झेलकर चालान कटवाए जनता। शहर निवासियों ने नगर निगम से अपील की है कि शहर के भीतर बन रही कमर्शियल इमारतों को नक्शे के हिसाब से बनवाया जाए तथा नक्शा पास करवाने उपरांत उसके विपरीत इमारत बनाने वालों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।

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