होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। श्रीराम चरित मानस प्रचार मंडल की तरफ से राम भवन बहादुरपुर में श्री श्री 1008 स्वामी प्रकाशानंद सरस्वती जी महाराज के सानिध्य में करवाए जा रहे श्री राम नवमी महोत्सव के दौरान श्री राम कथा के सातवें दिन की कथा करते हुए परम पूज्य संत करुणामयी गुरु मां ने भक्ति में शक्ति के प्रसंग को आगे बढ़ाते हुए रावण के महल में विभीषण और श्री हनुमान जी के मिलन की सुन्दर व्याख्या की। इस दौरान मुख्य यजमान सुश्री सरिता शर्मा सुपुत्री भगत मुंशीराम जी ने पूजन किया।
कथा को आगे बढ़ाते हुए गुरु मां ने बताया कि जब दो भक्त मिलते हैं तो वह अपनी भक्ति पर अहंकार नहीं करते, बल्कि भक्ति में शक्ति के अपने अनुभन सांझा करते हैं। प्रभु की कृपा हो तो असुरों के बीच रहकर भी व्यक्ति भक्ति में लीन रह सकता है। जिस प्रकार विभीषण ने प्रभु भक्ति को अपने जीवन का उद्देश्य माना और वही एक था जिस पर प्रभु कृपा होने से वह अपने कुल का उद्धारक बना।
इसी कड़ी के तहत रविवार को श्री राम जन्म महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर भगवान राम की बाल अवस्था की झांकी ने सभी को भावविभोर कर दिया। श्रद्धालुओं ने भजनों पर झूम-झूम कर राम लल्ला के जन्म उत्सव की खुशियां मनाई। इस दौरान राम भवन अयोध्या के रंग में रंग गया और हर कोई भगवान राम के जयकारे लगा रहा था।
इस अवसर पर केन्द्रीय राज्य मंत्री विजय सांपला, महंत रमिंदर दास जी, एस.एस.पी. जे. इलनचेलियन, पार्षद नीति तलवाड़, सजीव तलवाड़, कमलजीत सेतिया, भारत भूषण वर्मा, संदीप सैनी, सुषमा सेतिया, मईया जी असी नौकर तेरे से प्रधान शाम लाल व अन्य सदस्य, सोमनाथ चोपड़ा, नारायण दास सरदाना, राजेश तनेजा, यशपाल शर्मा, अश्विनी शर्मा, वरुण चौधरी, गरेश सैनी, विनय चोपड़ा, मुकेश शर्मा, सुरिंदरपाल गुप्ता सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने कथा एवं श्री राम जन्म महोत्सव का आनंद उठाया। कथा एवं आरती उपरांत भंडारा लगाया गया।