मोक्ष से नहीं बल्कि मानवता की सेवा ही है शांति का मूल मंत्र: डा. ओम प्रकाश वर्मा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: भूपेश प्रजापति/गुरजीत सोनू। प्रिं. ओम प्रकाश बग्गा सद्भावना कमेटी की तरफ से महामंडलेश्वर स्वामी प्रकाशानंद जी महाराज जी की अध्यक्षता में समाजवादी नेता प्रिं. ओम प्रकाश बग्गा की पुण्य तिथि पर सागर रत्ना, होटल अंबर में सेवा से शांति विषय पर सैमीनार आयोजित किया गया। इस मौके पर मातृ शक्ति बी.के. ऊषा जी, बी.के. ज्योति, डा. लॉयला जॉन, डा. इंद्रजीत कौर, निरंकारी मिशन प्रमुख सुभद्रा देवी जी, डा. मनोरमा कालिया एवं श्यामां वशिष्ट एम.ए. म्युजिक ने ज्योति प्रज्ज्वलित करके सैमीनार का शुभारंभ किया।

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प्रिं. ओम प्रकाश बग्गा की पुण्य तिथि पर सेवा से शांति विषय पर सैमीनार आयोजित

इस अवसर पर समारोह के मुख्य वक्ता पंडित रविशंकर शुक्ला यूनिवर्सिटी, रायपुर (छत्तीसगढ़) से प्रो. विवेकानंद चेयर डा. ओम प्रकाश वर्मा ने मुख्य वक्ता के तौर पर उपस्थित होकर सैमीनार के विषय सेवा से शांति संबंधी अपने विचार पेश किए। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने सदैव मानवता की सेवा और इन्हीं आदर्शों को सर्वोपरी माना। उन्होंने समझाया कि स्वामी जी कहा करते थे कि वे मोक्ष नहीं मांगते तथा वे चाहते हैं कि यह जन्म उन्हें बार-बार मिले, क्योंकि मानवता की सेवा में जो शांति है वह मोक्ष में नहीं, क्योंकि त्याग और सेवा का आदर्श ही हमारी संस्कृति है। स्वामी विवेकानंदी जी के सदेश को आगे बढ़ाते हुए श्री वर्मा ने कहा कि स्वामी जी ने कहा है कि जीवन का उद्देश्य ज्ञान प्राप्ति कर परमानंद की प्राप्ति करना और आत्मानंद में डूबे रहना है। श्री राम कृष्ण देव जी ने कहा है कि जीवों पर दया नहीं, जीवों की सेवा की जाती है और यही जीवन का लक्ष्य होना चाहिए। इसके साथ ही स्वामी विवेकानंद जी और स्वामी रामकृष्ण देव जी ने शिव भाव से सेवा कर आत्मोन्नति और आत्मानुभूति करने का मार्ग बताया। जिसका हम सभी को अनुसरन करना चाहिए। क्योंकि सेवा से ही शांति मिलती है तथा मानवता की सेवा ही सबसे बड़ी ईश्वर की सेवा है। उन्होंने डा. अजय बग्गा को बहुत ही महत्वपूर्ण विषय पर सैमीनार के माध्यम से सेवा और शांति के प्रति जागरुक करने का जो प्रयास किया गया की सराहना की और इसे प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि सेवा का यह जीप जो स्व. बग्गा जी ने जलाया था उसे सदैव जलाए रखने के लिए डा. बग्गा के साथ-साथ हम सभी को प्रयास करने चाहिए।

इस अवसर पर विशेष तौर से पहुंची ऑल इंडिया पिंगलवाड़ा चैरीटेबल सोसायटी, अमृतसर की चेयरपर्सन डा. इंद्रजीत कौर ने भी सेवा से शांति विषय पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि ईश्वर एक है और हर कोई उसे अलग-अलग नाम से पुकारता है। ईश्वर सभी में और हर कण में निवास करता है और हमें इस बात को समझते हुए दीन-दुखियों की सेवा को जीवन का लक्ष्य बनाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से मुख्य घटनाओं का जिक्र करते हुए ईश्वरी की भक्ति और उनके सेवा भाव का व्याख्यान किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि हमारी चार माताओं का आज निरादर हो रहा है। जिसके प्रति हमें सुचेत होने की जरुरत है। धरती मां, पंजाबी बोली मां, जननी मां और हमारी गऊ मां, जिनकी सेवा से विमुख होते समाज को जागरुक होने की आवश्यकता है। पीडि़तों, दीन-दुखियों की सेवा के साथ-साथ उन्होंने हर इंसान को मान-सम्मान देने की प्रेरणा दी। उन्होंने बताया कि जो किरती हैं वे हमारे जीवन का अभिन्न अंग हैं और उन्हें मान सम्मान दिया जाना चाहिए। इसलिए उनकी सोसायटी की तरफ से अमृतसर में किरती मेले का आयोजन किया जा रहा है और यह एक प्रयास होगा किरतीयों की मेहनत के लिए उनकी सराहना करने का। अच्छे काम के लिए किसी को प्रोत्साहित करना भी सेवा से कम नहीं।

इस अवसर पर मानव सेवा को समर्पित लुधियाना से पहुंचे कैंसर रोग विशेषज्ञ डा. डी.एस. संधू ने भी अपने विचार पेश किए और सेवा ही जीवन का लक्ष्य बनाओ ऐसा आह्वान किया।

इस मौके पर वक्ताओं और अतिथियों व अन्य गणमान्यों का आभार व्यक्त करते हुए पूर्व सिविल सर्जन डा. अजय बग्गा ने बताया कि सेवा से शांति विषय पर सैमीनार करवाने के उनका उद्देश्य यह था कि जो मार्ग उनके पिता प्रिं. ओम प्रकाश बग्गा ने उन्हें दर्शाया और अपना जीवन राष्ट्र की एकता एवं अखण्ता को समर्पित किया, उस मार्ग पर चलते हुए जिनती हो सके मानवता की सेवा करें ऐसा उनका प्रयास रहता है। उन्होंने कहा कि उनके पिता ने समाज सेवा के साथ-साथ शिक्षा के उत्थान के लिए भी बहुत कार्य किया तथा अमर शहीद चौधरी बलबीर सिंह से जो मार्गदर्शन लिया उसका अनुसरन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने से भी पीछे नहीं हटे। उन्होंने बताया कि शिक्षा को प्रफुल्लित करने और इस पथ पर कुछ कर दिखाने की चाह रखने वाले विद्यार्थियों को प्रिं. बग्गा सोशलिस्ट स्कॉलरशिप प्रदान की गई। जोकि उनके दामान मेजर गुरसिमरन ने भेंट की।

विशेष प्रतिभावान बच्चों को 10-10 हजार रुपये और स्मृति चिन्ह देकर किया गया सम्मानित, डा. बग्गा ने पिंगलावाड़ा और विवेकानंद विद्यापीठ रायकोट को भी भेंट की 21-21 हजार रुपये की राशि

इस मौके पर होशियारपुर से बी.ए. एल.एल.बी. के तीसरे समैस्टर में टॉप पर रहने वाली जैसमीन वशिष्ट, लुधियाना से पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के 10वीं के परिणाम में पहला स्थान हासिल करने वाले गुरप्रीत सिंह व दूसरा स्थान हासिल करने वाली भुल्लथ से जैसमीन कौर, होशियारपुर से बैडमिंटन में राष्ट्र स्तर पर ख्याति प्राप्त करने वाली राधिका शर्मा तथा लुधियाना से अमनप्रीत कौर जिसने स्पोट्र्स कैटागिरी में प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया को 10-10 हजार रुपये एवं स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया गया।

इस दौरान डा. बग्गा ने पिंगलवाड़ा के लिए 21 हजार रुपये की राशि चेयरपर्सन डा. इंद्रजीत कौर को तथा 21 हजार रुपये की राशि डा. ओम प्रकाश बग्गा को विवेकानंद विद्यापीठ, रायकोट जोकि गरीब बच्चों की शिक्षा एवं आवास का प्रबंध कर रहा है के लिए भेंट किए। यह राशि डा. बग्गा ने अपनी पैशन राशि में से शिक्षा एवं सेवा के लिए निकाल कर प्रदान की।

इस अवसर पर भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना, केन्द्रीय राज्य मंत्री विजय सांपला, कैबिनेट मंत्री पंजाब सुन्दर शाम अरोड़ा, विधायक डा. राज कुमार, पूर्व मंत्री संतोष चौधरी, राजीव वशिष्ट, डा. कुलदीप नंदा, भाजपा जिला अध्यक्ष डा. रमन घई, परमजीत सिंह सचदेवा, बलवंत सिंह खेड़ा, दीपक वशिष्ट, कामरेड दर्शन मट्टू, गुरमेश सिंह, नछत्तर पाल, पूर्व सांसद कमल चौधरी, तेजिंदर सिंह सोढी, लाला अमरनाथ, हरीश सैनी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य उपस्थित थे।

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