चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। विजीलैंस ब्यूरो, पंजाब द्वारा भ्रष्टाचार के विरुद्ध चल रही मुहिम के दौरान जून-महीने के दौरान कुल 19 सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेने के दोष में गिरफ़्तार किया गया जिनमें पुलिस विभाग के 9, राजस्व विभाग के 3 और अन्य विभागों के 7 कर्मचारी शामिल हैं। विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि ब्यूरो द्वारा दर्ज मामलों की विभिन्न अदालतों में पैरवी के दौरान विशेष अदालतों द्वारा जून महीने में 4 मुकदमों में 5 दोषियों को 3 साल से लेकर 10 साल तक विभिन्न सज़ाएं और जुर्माने किये गए हैं। इस संबंधी प्रवक्ता ने अैोर जानकारी देते हुए बताया कि जून महीने के दौरान भ्रष्टाचार के मामलों में अलग -अलग अदालतों द्वारा पाँच मुकदमों में दोषियों को सज़ाएं और जुर्माने किये गए जिनमें सिवल अस्पताल जालंधर में तैनात सेवक मनजीत सिंह को सैशन जज जालंधर द्वारा 4 साल की कैद और 5000 रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई गई।
इसी तरह पटवारी के साथ तैनात एक प्रायवेट व्यक्ति हरप्रीत सिंह को स्पैशल जज लुधियाना द्वारा 3 वर्ष की कैद सहित 5000 रुपए की सजा, पंजाब रोडवेज़ लुधियाना में तैनात निरीक्षक अश्वनी कुमार को एडीशनल सैशन जज लुधियाना द्वारा 4 साल की कैद सहित 15,000 रुपए की सजा, मुक्तसर निवासी जोधा सिंह और बलद सिंह को एडीशनल सैशन जज मोहाली द्वारा 10 साल की कैद सहित एक -एक लाख रुपए की सजा सुनाई गई। प्रवक्ता ने बताया कि विजीलैंस ब्यूरो द्वारा बीते महीने के दौरान 10 विभिन्न मामलों में विजीलंैस पड़तालें आरंभ की गई हैं जिससे लगाऐ गए दोषों की गहराई के साथ पड़ताल की जा सके। इसी दौरान ब्यूरो की तरफ से अलग -अलग अदालतों में 9 चालान पेश किये गए और 6 फ़ौजदारी मुकदमे दर्ज किये गए।