हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: रजनीश शर्मा। हमीरपुर जिला में भारी बारिश से 23 करोड़ का नुक्सान हुआ है। इसमें भूस्खलन से झरलोग पंचायत के टिक्का थाना गांव में पोती और दादी की जान भी गई है। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त डा. ऋचा वर्मा ने कहा कि हमीरपुर जिला के झरलोग में भूस्खलन का मलबा एक मकान में घुस जाने से 65 वर्षीय लज्जा देवी तथा नौ वर्षीय सिमरन कुमारी की मौत हो गई, प्रशासन की ओर से तहसीलदार ने फौरी राहत के तौर पर प्रभावित परिवार को चालीस हजार की राशि दी गई है।
ऋचा वर्मा ने बताया कि मटौर-शिमला राजमार्ग डिडवीं टिक्कर के पास अवरूद्व हो गया है तथा शिमला तथा हमीरपुर आने वाली बसों के रूट में भी परिर्वतन किया गया है। उन्होंने बताया कि एन.एच को खुलवाने के लिए आवश्यक दिशानिर्देश भी विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं। उपायुक्त डा. ऋचा वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला में भारी बरसात के कारण लोक निर्माण विभाग की सडक़ों तथा पुलों को 5 करोड़ 94 लाख का नुक्सान हुआ है। लोक निर्माण विभाग के जिला में कुल 63 सडक़ों को बरसात से नुक्सान हुआ है जिसमें से हमीरपुर डिवीजन में 15 सडक़ें , बड़सर डिवीजन में 26 सडक़े तथा टौणी देवी मंडल में 22 सडक़ें शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि इनमें से 51 सडक़ों को यातायात के लिए बेहाल कर दिया गया है जिसमें बड़सर मंडल में 21, हमीरपुर मंडल की 10 तथा टौणी देवी मंडल की 21 सडक़ें शामिल हैं। इसी तरह से विद्युत विभाग को 22 लाख के करीब नुक्सान आंका गया है, विद्युत विभाग के 270 ट्रांसफार्मर दुरूस्त किए गए हैं जबकि विद्युत आपूर्ति को भी सप्लाई भी सुचारू की जा रही है इसके साथ ही आई.पी.एच विभाग की ब्यास नदी से संबंधित पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं और अभी तक पांच करोड़ के करीब का प्रारंभिक नुक्सान बताया जा रहा है।
आई.पी.एच विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कई जगहों पर विद्युत ट्रांसफार्मरस में दिक्कत आने से पेयजल सप्लाई बाधित हुई है लेकिन पेयजल सप्लाई को सुचारू करने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। उपायुक्त डा.ऋचा वर्मा ने पेयजल सप्लाई को प्राथमिकता के आधार पर सुचारू बनाने के दिशा निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही फसलों को भारी नुक्सान हुआ है कृषि विभाग नुक्सान का आंकलन कर रहा है।डा.ऋचा वर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से सभी उपमंडलाधिकारियों को आपदा प्रबंधन को लेकर उचित कदम उठाने के दिशा निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही नियमित रिपोर्ट भी भेजने के लिए कहा गया है ताकि लोगों को समयबद्व राहत मिल सके।