हमीरपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: रजनीश शर्मा। टौणी देवी खंड के सूने पड़े राजकीय माध्यमिक पाठशाला बारीं में भवन के दिन अब शीघ्र ही फिरने वाले हैं। बच्चों की कमी के कारण करीब तीन साल से बंद पड़े स्कूल भवन में उन सरकारी कार्यालयों को शिफ़्ट करने के प्रयास हो रहे हैं, जो अब तक किराये के भवन में चल रहे थे।
शिक्षा विभाग इस भवन को पंचायत को सौंपेगा। पंचायत उन भवनों को स्कूलों में तबदील करवाने में अहम भूमिका निभाएगी जो किराये के भवनों में चल रहे हैं। वहीं निर्माणाधीन टौणी देवी तहसील भवन का कार्य भी शीघ्र पूरा होगा। इसके लिए पर्याप्त बजट का प्रावधान कर दिया गया है। जिला स्तरीय शिकायत निवारण कमेटी की बैठक में इस मुद्दे को सदस्य अर्चना चौहान ने पंचायतीराज विभाग मंत्री वीरेंद्र कँवर के समक्ष जोरशोर से उठाया था।
उन्होंने बैठक में जानकारी मांगी थी कि टौणी देवी खंड के तहत कितने सरकारी कार्यालय किराए के भवनों में चल रहे हैं। अर्चना चौहान ने सरकारी स्कूल बारीं के ख़ाली पड़े भवन की दुर्दशा पर चिंता व्यक्त करते हुए वहाँ सरकारी कार्यालयों को शिफ़्ट करने की माँग की थी। इसके अलावा टौणी देवी तहसील भवन के निर्माण में हो रही देरी पर भी सवाल उठाए गए। इस पर बैठक में मौजूद मंत्री वीरेंद्र कँवर ने शिक्षा विभाग तथा राजस्व विभाग से रिपोर्ट तलब कर वास्तुस्थिति स्पष्ट करने को कहा। वीरेंद्र कँवर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सरकारी स्कूल बारीं के ख़ाली पड़े भवन में किराए के कमरों में चल रहे कार्यालयों को शिफ़्ट करने की प्रक्रिया शुरू की जाए।
पंचायतीराज विभाग मंत्री वीरेन्द्र कँवर ने बताया की टौणी देवी तहसील भवन के निर्माण पर कुल 2 करोड़ 18 लाख 83 हज़ार 200 रुपए बजट मंज़ूर हुआ है जिसमें 1 करोड़ 78 लाख 83 हज़ार 200 रुपए लोक निर्माण विभाग को दिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि शेष बचे कऱीब 40 लाख रुपए का बजट भी जारी कर दिया जाएगा।