कनैक्शन क्या है? अमीरजादा, देसी कट्टा और पुलिस

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-कई तथाकथित प्रधान भिडा रहे मामले को रफादफा करने की जुगत-

होशियारपुर (कैप्टन मुनीष किशोर)।

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होशियारपुर में जिस तेजी के साथ अपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं उसे लेकर पहले ही पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिंह लग चुका है। बावजूद इसके पुलिस द्वारा अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाना जरुरी नहीं समझा जा रहा। जिसके चलते जिले में अपराधियों के हौंसले बुलंद हो रहे हैं। कहीं लूट तो कहीं चोरी तथा कहीं खुलेआम हो रही गुंडागर्दी की वारदातों ने पुलिस के नाक में दम कर रखा है तथा इनके चलते आम जनता में दहशत का माहौल व्याप्त हो चुका है। एक तरफ जहां कई केस सुलझाने पुलिस के लिए पहेली बने हुए हैं वहीं केस सामने आने के बावजूद पुलिस द्वारा कार्रवाई न करना भी सवालों के घेरे में है।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार होशियारपुर पुलिस ने करीब दो सप्ताह पहले प्रभात चौक इलाके से आई एक काल के आधार पर एक युवक को देसी कट्टे के साथ काबू किया था। परन्तु अमीरजादा उसके पिता द्वारा जोकि बड़े स्तर पर फाइनांस का काम करते हैं ने अपने असर रसूख के चलते छुड़ा लिया गया। पुलिस ने कट्टा अपने कब्जे में रखा तथा किस व्यक्ति ने उसे कट्टा दिया था इसकी तलाश की जा रही है। सूत्रों से यह भी पता चला है कि मामला सैटल करवाने में दलालों की खूब चांदी रही। जिसमें चंद तथाकथित प्रधान व नए-नए उभरते नेता शामिल हैं बताए जा रहे हैं।

शेखी बघारने के लिए अमीरजादा खुद ही कर रहा कहानी का व्याख्यान

विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी अनुसार माडल टाउन से संबंधित एक फाइनांसर के बेटे ने प्रभात चौक स्थित एक दुकानदार से मोटी रकम लेनी थी तथा वे कट्टा लेकर उसकी दुकान पर उसे वसूली करने हेतु धमकाने के लिए गया था। परन्तु दुकानदार ने डरने की बजाए पुलिस को इसकी सूचना दे दी और पुलिस ने उसे कट्टे सहित काबू कर लिया। इसकी भनक अमीरजादे के पिता को लगते ही उन्होंने अपने असर रसूख से बेटे को छुड़ा लिया और इस काम के लिए दलालों ने मोटी रकम का लेनदेन भी करवाया। पता चला है कि जिस व्यक्ति से अमीरजादे ने कट्टा लिया था उसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है। दूसरी तरफ पुलिस विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार उन्होंने दबी जुबान में मामले की सच्चाई को बयान तो किया परन्तु मामले की पूरी जानकारी देने से मना कर दिया। उनका कहना था कि सर जी रहने दो मामला रफादफा हो चुका है। परन्तु मामले की हवा धीरे-धीरे बाहर निकलने लगी है और लोगों में इस मामले को लेकर चर्चाओं का बाजार भी गर्म है। क्योंकि अमीरजादा अपनी शेखी बघारने के लिए अपने मुखारविंद से कई जगह इसका व्याख्यान कर चुका है। यह भी पता चला है कि मामले की भनक प्रैस को न लगे इसके लिए अलग से व्यवस्था की गई थी? आगे आप खुद समझदार हैं।

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