होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। चाइना डोर के दुष्प्रभावों के चलते आज पर्यावरण को बहुत बड़ा नुकसान पहुंच रहा है तथा कई लोग इससे चोटिल भी हो रहे हैं। इसलिए भारत सरकार को आम जनता एवं पर्यावरण की सुरक्षा के लिए इस पर पूर्ण प्रतिबंध लगाना चाहिए। उक्त बात भारत विकास परिषद के अध्यक्ष प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा ने चाइना डोर के संबंध में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए कही।
संजीव अरोड़ा ने कहा कि चाइना डोर इतनी खतरनाक है कि अगर यह तार बिजली की तारों से छू जाए तो इसमें करंट दौड़ जाता है तथा ऐसी घटनाओं में कई लोग जान से हाथ धो चुके हैं और कई लोग आज भी इसके कारण बीमारी से जूझ रहे हैं। इतना ही नहीं पशु-पक्षी भी इस डोर के कारण नुकसान झेलने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा पाबंदी के बाजवूद जो लोग इसकी बिक्री करते हैं उके खिलाफ जहां कड़ी कार्रवाई का प्रावधान किया जाना चाहिए वहीं जो लोग डोर खरीदें उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई का प्रावधान सुनिश्चित किया जाए, ऐसा होने से ही इस डोर पर रोक संभव हो सकेगी। इसके अलावा अभिभावकों को भी चाहिए कि वे अपने बच्चों को इससे होने वाले नुकसान के प्रति जागरुक करें और अगर वे इसे खरीदते हैं तो अभिभावक उसे वापस करवाएं और दुकानदार को भी चेतावनी दें व इसकी जानकारी पुलिस को दें ताकि उसके खिलाफ कार्रवाई हो सके।
इस अवसर पर सचिव राजिंदर मोदगिल ने कहा कि दुकानदार समाज एवं पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें और डोर बेचने से तौबा करें। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की कि वे चाइना डोर की पाबंदी को सख्ती से लागू करे। इस अवसर पर दीपक मेहंदीरत्ता, दविंदर अरोड़ा, वरिंदर चोपड़ा, विनोद पसान, रमेश भाटिया सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।