एक लाख रुपए रिश्वत केस के आरोपी हमीरपुर कोर्ट में पेश

हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: रजनीश शर्मा। पांवटा साहिब में एक स्टोन क्रैशर के निरीक्षण रिपोर्ट पर एस.डी.एम. के हस्ताक्षर करवाने को लेकर एक लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़े तीन आरोपियों को वीरवार को हमीरपुर सैशन कोर्ट में पेश किया गया। विजिलेंस व एंटी क्रप्शन ब्यूरो की टीम ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया था। एक दलाल रितेश बंसल को एक लाख रुपए लेते हुए गिरफ्तार किया गया है, जबकि दूसरे दलाल शुलभ अग्रवाल को भी पांवटा साहिब से ही अरेस्ट किया गया है।

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माननीय कोर्ट ने तीनों आरोपियों को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा

रितेश व शुलभ पांवटा साहिब में करियाने की दुकान करते हैं। एच.ए.एस. अधिकारी व टेकिनकल यूनिवर्सिटी हमीरपुर के रजिस्ट्रार एच.एस. राणा को भी रिश्वतकांड में पकड़ा गया है। कोर्ट ने तीनों आरोपियों को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। इस दौरान विजिलेंस टीम आरोपियों से पूछताछ करेगी।

गौरतलब है कि टेकनिकल यूनिवर्सिटी हमीरपुर में तैनात रजिस्ट्रार एच.एस. राणा इससे पहले पांवटा साहिब में बतौर एस.डी.एम. पोस्टेड थे और एक स्टोन क्रैशर की एन.ओ.सी. को लेकर एक फाईल पर उनके हस्ताक्षर होने बाकी थे। इसी हस्ताक्षर की एवज में एक लाख रुपए रिश्वत की मांग की जा रही थी। शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी एंटी क्रप्शन व विजिलेंस विभाग हमीरपुर को दी।

पांवटा साहिब में जैसे ही एक दलाल को एक लाख रुपए की घूस दी गई तो इसकी सूचना चंडीगढ़ में मौजूद तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर में तैनात रजिस्ट्रार (एच.ए.एस. अधिकारी) एस.एच. राणा को दी गई। वहां शिकायतकर्ता फाइल सहित हस्ताक्षर करवाने के लिए पहले से ही मौजूद था। एच.ए.एस. अधिकारी राणा ने जैसे ही फाइल पर साइन किए तो उन्हें भी पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया।

मामला दिसंबर 2017 से पहले शुरु हुआ। उस समय पांवटा साहिब के एस.डी.एम. के पद पर एच.एस. राणा तैनात थे। विनायक स्टोन क्रैशर की निरीक्षण रिपोर्ट पर कमेटी के तमाम सदस्यों के हस्ताक्षर हो गए, लेकिन एस.डी.एम. के स्तर पर इसे पैंडिंग रखा गया। सूत्रों के मुताबिक एस.डी.एम. ने विनायक स्टोन क्रैशर प्रबंधक को शुलभ अग्रवाल नाम के व्यक्ति से संपर्क करने को कहा। इस पर एक लाख रुपए की डिमांड हुई। इसी बीच शुलभ अग्रवाल ने शिकायतकर्ता से रितेश बंसल को एक लाख रुपए देने को कहा। जींद में रहने वाला शिकायतकर्ता खुद चंडीगढ़ में था। जबकि उसने एक लाख रुपए की राशी अन्य व्यक्ति से दलाल रितेश बंसल को दी।

स्टेट विजीलेंस व एंटी क्रप्शन ब्यूरो ने चार-पांच टीमों का गठन किया था। हमीरपुर के डी.एस.पी. (स्टेट विजीलेंस व एंटी क्रप्शन ब्यूरो) बी.डी. भाटिया का कहना था कि अलग-अलग जगहों पर एक साथ दबिश दी गई। उन्होंने कहा कि मामले की गहनता से जांच जारी है। 

उधर एस.पी. स्टेट विजीलेंस व एंटी क्रप्शन ब्यूरो मंडी ए.के. चौधरी ने पुष्टि करते हुए कहा कि दो दलालों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि चूंकि अधिकारी हमीरपुर में तैनात है, लिहाजा हमीरपुर में ही मामला दर्ज किया गया है। कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपियों को एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है।

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