होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। श्रीमती सरस्वती देवी मेमोरियल एजुकेशनल एंड वैल्फेयर सोसायटी की तरफ से भारत सरकार की स्कीम नई-रोशनी (अल्पसंख्यक महिलाओं में नेतृत्व विकास प्रशिक्षण) अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालयों के तहत हैंडहोल्डिंग बैठक पिपलांवाला होशियारपुर में की गई। जिसमें महिलाओं की सुरक्षा, घरेलू हिंसा, परेशान एवं तंग करने के विषयों पर बातचीत एवं चर्चा हुई। प्रोजेक्ट आर्गेनाइजर पूजा शर्मा ने बताया कि किसी भी महिला के साथ घर की चारदिवारी के अंदर या बाहर होने वाली किसी भी तरह की हिंसा, मारपीट, उत्पीडिऩ आदि के मामले इसी कानून के तहत आते हैं।
महिला को ताने देना, गाली देना, उसका अपमान करना, जबरन शादी के लिए बाध्य करना आदि जैसे मामले भी घरेलू हिंसा के दायरे में आते हैं। इसलिए सबसे ज़रूरी यही है कि महिलाएं खुद अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हों, अपने साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ़ आवाज़ उठाएं। किसी प्रकार की भी असुविधा हो तो सरकार दुबारा क़ानूनी मदत ली जा सकती है या संरक्षण अधिकारी की मदद से अपनी सुरक्षा के लिए बचावकारी आदेश ले सकती है। इस कानून का उल्लंधन होने की स्थिति में जेल के साथ-साथ जुर्माना भी हो सकता है। इस मौके पर दो ऐसे केस सरकार द्वारा चलाए जा रहे वन स्टॉप सेंटर में भेजें गए। इस मौके पर में जतिंदर कौर, सुनीता, सोनिया, बलवीर कौर, जसवीर कौर आदि उपस्थित थे ।