जम्मू/राजौरी (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। वीरवार 27 जून को जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में एक बड़ा दर्दनाक सडक़ हादसा पेश आया। इस हादसे में 9 छात्राओं सहित 11 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा शोपियां जिले की ऐतिहासिक मुगल रोड की पीर की गली इलाके में हुआ। सवारियों से खचा-खच ओवरलोडिंग टेम्पो पीर की गली से पुंछ की और आ रहा था कि वह खाई में लुढक़ गया। हादसे में घायल लोगों को एस.एम.एच.एस. (अस्पताल) पहुंचाया गया। हादसे का पता चलते ही स्थानीय लोग एवं पुलिस तुरंत मदद के लिए खाई में उतरे और उन्होंने घायलों को अस्पताल पहुंचाया व मृतक देहों को भी बाहर निकाला।
घायलों की पहचान इस प्रकार है:- 20 वर्षीय आलिया पुत्री मोहम्मद इक़बाल निवासी सुरनकोट पुंछ, 21 वर्षीय तबुसम पुत्री बशीर अहमद, 22 वर्षीय सोन्या पुत्री मोहम्मद रफीक, 25 वर्षीय ताजीम अख्तर पुत्री मोहम्मद रशीद, 21 वर्षीय जमील अहमद पुत्र अब्दुल रहमान, निवासी सुरनकोट पुंछ, 20 वर्षीय मेहरून निस्सा व 24 वर्षीय अफसाना जावेद के रूप में की गई है।
दर्दनाक सडक़ हादसे के मृतकों की पहचान इस प्रकार है:- 20 वर्षीय राबिया पुत्री मुख्तयार अहमद निवासी गूँथल, 22 वर्षीय शबनम पुत्री हिदायत अहमद निवासी गूँथल, 24 वर्षीय नजमा निवासी लसाना पुंछ, 24 वर्षीय जमील अहमद जीवसी मंडी पुंछ जम्मू, 23 वर्षीय रहमत बी निवासी डुंडक, 25 वर्षीय हुमारिया काज़मी निवासी डुंडक, 23 वर्षीय अफसाना कोसर निवासी डुंडक, 20 वर्षीय सुहैल पुत्र जुबेर अहमद निवासी गूँथल, 24 वर्षीय शाहरीन फात्मा पुत्री ज़मान अहमद निवासी लथुन, 23 वर्षीय तबसुम पुत्री मोहम्मद रफीक निवासी फैसलाबाद, 25 वर्षीय नईमा पुत्री रियाज अहमद निवास फैसलाबाद के रूप में हुई है।
जानकारी मिली है कि दुर्घटना ग्रस्त हुआ वाहन खटारा था और उसके कागजात भी पूरे नहीं थे। पर संबंधित यातायात विभाग के अधिकारियों एवं पुलिस द्वारा चंद पैसे के लालच में आकर सडक़ पर अनफिट वाहनों को चलने की अनुमति दे दी जाती है। हादसा प्रशासन की लापरवाही से हुआ। वाहन में सवार लोग जिसमें अधिकतर छात्राएं थी और ऐतिहासिक मुगल रोड पिकनिक के लिए गए हुए थे और वापस लौट रहे थे। चालक का संतुलन बिगड़ जाने से इतना बड़ा हादसा पेश आया और टेम्पो सैकड़ों फुट नीचे खाई में जा गिरा। वाहन देखने से पता चल रहा था कि वह सडक़ पर चलने के लायक नहीं था क्योंकि उसके टायर पूरी तरह से घिसे हुए थे और परमिट 2017 तक ही था।