होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: जतिंदर प्रिंस। जीवन की बगिया में माता पिता वो बागबां है जो अपने बच्चे रूपी बीज के समुचित विकास के लिये भरसक प्रयास करते हैं। जब बात उनके व्यक्तित्व व टैक्नीकल विकास की आती है तो इस प्रक्रिया में नाईस कम्पयूटरज़ अपना अहम योगदान स्मार्टकिडज़ समर कैंप के जरिए बाखूबी निभा रहा है। नाईस कम्पयूटरज़ होशियारपूुर व चब्बेवाल संस्थानों में सेंटर डायरेक्टर प्रेम सैनी के मार्गदर्शन में एक महीने तक चले नाईस स्मार्टकिडज़ समर कैम्प के समापन समारोह में 6 से 16 साल तक के बच्चों ने अपनी विभिन्न प्रतिभाओं का प्रदर्षन किया। सोलो डांस की धूम के साथ रैम्प वॉक पर इनका जलवा देखते ही बनता था।
इस समर कैम्प में रॉयल भांगड़ा ग्रुप के सौजन्य से सभी बच्चों को साप्ताहिक भंगड़ा वर्कषाप दी गई थी, जिसका अद्भुत प्रदर्शन आयुनुसार तीन अलग-अलग ग्रुप्स में किया गया। बीच बीच में स्मार्टकिडज़ ने स्टेज पर अपने अनुभव सांझे कर समस्त टीम व मैनेजमेन्ट को भावुक किया। बच्चों में मोबाईल एडीक्षन में परिवार व पेरेन्टस की भूमिका पर आधारित लघु स्क्टि के ज़रिये बहुमुखी पहलूओं पर रोशनी डाली गई।
मंच संचालन स्वीन सैनी ने बड़े अनोखे अन्दाज़ में किया जिसमें मनोरंजक पहेलियों के साथ -साथ ज्ञानवर्धक लघु कहानियों के ज़रिये बच्चों तक जीवन की अहम बातें पहुंचाने की सराहनीय कोशिश की गई। हर तरह की रहन सहन की सुविधाओं व शिक्षा के बेहतरीन विकल्पों के साथ-साथ सामाजिक, व्यवहारिक व मौलिक मूल्यों पर भी कम उम्र से ही ध्यान देना आवश्यक है। बदलते दौर में बढ़ती प्रतियोगिताओं में बने रहने की होंद के चलते बच्चे छोटी उम्र में ही तनाव का शिकार हो रहे हैं। एकल परिवारों में वक्त की कमी के बीच बढ़ती अपेक्षायें उन्हें अवसाद की ओर धकेल सकती हैं।
पढ़ाई के लिये शहर व देश छोडऩे की मजबूरी कच्ची उम्र में ही घर परिवार से दूर कर रही है जिसके लिये उनकी भावना व मानसिक संतुलन का होना ज़रूरी है। ये विचार रखे शहर की प्रमुख काउन्सलिंग साईकोलोजिस्ट स्वीन सैनी ने जो माईंड मेन्टरज़ बैनर तले कैरियर काउन्सलिंग व मैंटल हेल्थ से जुड़ी सेवायें भी प्रदान कर रही हैं। दर्शकों के लिये भी मज़ेदार सवाल व फन गेम्ज़ रखी गई जिससे प्रोग्राम में चार चांद लग गये। कार्यक्रम के अन्त में सेंटर डायरेक्टर प्रेम सैनी ने नाईस टीम के सहयोग व बच्चों के उम्दा प्रदर्शन के लिये उनकी सराहना की।