पंजाब के होशियारपुर जिले में पहुंची केंद्रीय अधिकारियों की टीम, 3 दिनों में करेगी 4 ब्लाकों का दौरा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। देश में जल शक्ति मंत्रालय की ओर से जल सरंक्षण के लिए जल शक्ति अभियान की शुरु आत की गई है, जिसके आधार पर देश के हर ब्लाक में जल शक्ति अभियान को पहुंचाया जाएगा। इस अभियान की प्रदेश में शुरु आत करने के लिए होशियारपुर में तीन केंद्रीय अधिकारी पहुंच चुके हैं, जो कि तीन दिन संबंधित क्षेत्रों का दौरा करने के साथ-साथ विभागों के साथ बैठक कर उन्हें अभियान के प्रति जानकारी प्रदान करेंगे।

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जिलाधीश ईशा कालिया ने केंद्र की ओर से आए टैक्नीकल अधिकारी वैज्ञानिक मौर्या सुरेश सिओपाल के साथ बैठक कर अभियान संबंधी व जल शक्ति पोर्टल जानकारी हासिल की। ईशा कालिया ने कहा कि जल शक्ति अभियान सबसे पहले जिले के चार ब्लाकों होशियारपुर-1, टांडा, दसूहा व गढ़शंकर में चलाया जाएगा,ताकि पानी की संभाल के लिए विशेष प्रयास किए जा सकें। उन्होंने कहा कि 5 जुलाई को केंद्र के सीनियर अधिकारी डा. मंदीप के. भंडारी आई.ए.एस की ओर से जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में संबंधित विभागों के प्रमुखों के साथ बैठक की जा रही है। इस मौके पर श्री भंडारी के साथ केंद्रीय अधिकारी प्रकाश निवाटिया भी मौजूद रहेंगे।

उन्होंने कहा कि उक्त अधिकारियों की ओर से तीन दिन संबंधित ब्लाकों का दौरा भी किया जाएगा, ताकि क्षेत्र की जमीनी हकीकत से वाकिफ हुआ जा सके। ईशा कालिया ने कहा कि जल सरंक्षण के लिए जुलाई से 15 सितंबर तक जल शक्ति अभियान के अंतर्गत प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके अंतर्गत जहां अधिकारियों को इस अभियान के अंतर्गत की जाने वाली गतिविधियों से परिचित करवाया जाएगा, वहीं आम लोगों की हिस्सेदारी सुनिश्चित बनाने के लिए भी जागरुकता फैलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय की ओर से पूरे देश में जल शक्ति अभियान शुरु किया जा रहा है, जो दो चरणों में चलेगा।

उन्होंने कहा कि पहला चरण जुलाई से 15 सितंबर तक व दूसरा चरण 1 अक्टूबर से 30 नवंबर तक चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य जल सरंक्षण के साथ-साथ जल संसाधनों की कमी को दूर करना है। जिलाधीश ने कहा कि उक्त केंद्रीय अधिकारियों की ओर से जल शक्ति अभियान के अंतर्गत विशेष जानकारी प्रदान की जाएगी, जिसके आधार पर अलग-अलग विभागों की ओर से विशेष प्रयास किए जाएंगे। जिनमें वर्षा जल संचयन, जल संरक्षण, पारंपरिक और अन्य जल निकायों के नवीकरण के साथ-साथ वाटरशेड विकास शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जल सरंक्षण के लिए एकजुटता बहुत जरु री है और हर व्यक्ति को पानी का दुरु पयोग न कर इसका जरुरत अनुसार प्रयोग करना चाहिए।

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