साध की संगत करने से धुल जाते हैं मन के दाग: महात्मा अनिल सैनी

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: मुक्ता वालिया। सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की कृपा से संत निरंकारी सत्संग भवन बुल्लोवाल में मुखी महात्मा लखविंदर सुमन के नेतृत्व में संत समागम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जोनल टूर के मुताबिक महात्मा अनिल सैनी जी पहुंचे। इस दौरान उनके साथ बहन नेहा व बहन शशि भी साथ थे।

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उन्होंने साध संगत की महत्ता के बारे में बताते हुए कहा कि साध की संगत करने से मन के काले दाग धुल जाते है। साध संगत में आने से मन प्रसन्न हो जाता है। साध संगत में आकर इंसान को समझ में आता है कि इंसानी जन्म लेने का असली उद्देश्य क्या है। वह इस दुनिया में क्या करने के लिए आया है। सतगुरु की शरण में जाकर इस निरंकार प्रभु की जानकारी हासिल करके इंसान अपने जीवन के असली उद्देश्य को पूरा कर लेता है।

उन्होंने कहा कि आजकल हर तरफ नफरत की आग जल रही है, जिसको केवल ओर केवल प्यार रुपी पानी से आग को शांत किया जा सकता है। माया की दौड़ में इंसान इतना व्यस्त हो चुका है कि वह इंसानी जीवन के असली उद्देश्य को भूल गया है। यह सतगुरु ही इंसान को याद दिलाता है कि निरंकार प्रभु की जानकारी हासिल करना ही इस मानव जीवन का असली उद्देश्य है, जिसकी पूर्ति केवल इंसानी जन्म में ही की जा सकती है। अंत में मुखी महात्मा लखविंदर सुमन जी ने आई हुई संगत का धन्यवाद किया। इस अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे।

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