होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब सरकार की तरफ से जिन 101 प्रसिद्ध खिलाडिय़ों को महाराजा रणजीत सिंह अवार्ड के साथ सम्मानित किया गया, उनमें एक खिलाड़ी होशियारपुर जिलें के साथ संबंधित है, जिसने यह उपलब्धी हासिल करके पूरे जिले का नाम रोशन किया है। जिलाधीश ईशा कालिया ने अवार्ड प्राप्त करने वाले कैकिंग और कैनोइंग (किश्ती दौड़) के खिलाड़ी वरिन्दर सिंह के साथ जिला प्रशासनिक कंप्लैक्स में मुलाकात करके जहां बधाई दी, वहीं और नये कीर्तिमान बनाने के लिए शुभकामनाएं भी दीं। इस मौके जिला खेल अफसर गुरप्रीत सिंह और जिला लोक संपर्क अफसर हाकम थापर भी मौजूद थे। जिक्रयोग्य है कि गत दिवस मुख्य मंत्री पंजाब कैप्टन अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की तरफ से 101 प्रसिद्ध खिलाडिय़ों को महाराजा रणजीत सिंह अवार्ड के साथ सम्मानित किया गया।
-दृढ़ इच्छा शक्ति और सख्त मेहनत के साथ कोई भी मंजिल जीतना मुश्किल नहीं: जिलाधीश
जिलाधीश-कम-प्रधान जिला ओलपिंक एसोसिएशन ईशा कालिया ने होनहार खिलाड़ी को एसोसिएशन की तरफ से एक लाख रुपए देने की घोषणा भी की थी। उन्होंने खिलाड़ी की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि किसी भी तरह की मदद के लिए जिला प्रशासन के साथ संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दृढ़ इच्छा शक्ति और सख्त मेहनत के साथ कोई भी मंजिल प्राप्त की जा सकती है, इसलिए जिले के नौजवान पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी रुचि दिखाएं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से खेल को प्रफुल्ल्ति किया जा रहा है और खिलाडिय़ों की हौसला अफजाई और बनता मान-सम्मान देने के लिए ही महाराजा रणजीत सिंह अवार्ड शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से प्रसिद्ध खिलाडिय़ों को दिया गया अवार्ड नये खिलाडिय़ों को खेल में बढिय़ा कारगुजारी दिखाने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि इस अवार्ड में 2 लाख रुपए नगद, एक बलेजर, एक सकरोल और महाराजा रणजीत सिंह ट्राफी शामिल है।
-कहा, अवार्ड विजेता वरिन्दर सिंह ने जिले का मान बढ़ाया
ईशा कालिया ने इस खिलाड़ी के महाराजा रणजीत सिंह अवार्ड तक पहुंचने के लिए तय किये संघर्षमय दौर बारे भी जानकारी हासिल की। उन्होंने कहा कि मंजिल तक पहुंचने के लिए धीरज, एकाग्रता और जज्बे आगे कोई मुश्किल ज्यादा देर टिक नहीं सकती। 2011 से 2018 तक कैकिंग और कैनोइंग (किश्ती दौड़) में 9 सोने, 9 चांदी और 11 कांस्यपदक जीतने वाले केंद्रीय रिजर्व पुलिस के 28 वर्षीय जवान वरिन्दर सिंह ने बताया कि वह मुकेरियां सब -डिवीजन अधीन पड़ते गांव देपुर का निवासी है। उसने बताया परिवार की आर्थिक हालत ठीक न होने के बावजूद उसने सख्त मेहनत करनी नहीं छोड़ी, जिसकी वजह से आज उसका परिवार बहुत खुश है। उसने कहा कि वह कैकिंग और कैनोइंग (किश्ती दौड़) में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एशियन चैंपियनशिप खेल चुका है। इस के इलावा ड्रैगन नेशनल चैंपियनशिप के इलावा आल इंडिया यूनिवर्सिटी में बेहतरीन प्रदर्शन कर चुका है।