होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। वाल्मीकि समाज के नेताओं अनिल हंस व सुरिंदर भट्टी को जाति सूचक शब्द कहने के मामले तथा पुलिस द्वारा कोई सुनवाई न होने को वाल्मीकि समाज में काफी रोष पाया जा रहा है। जिस पर वाल्मीकि समाज के समूह संगठनों द्वारा प्रशासन को 10 अगस्त को शहर बंद करने की चेतावनी दी थी। वाल्मीकि संगठनों के सदस्यों ने आरोप लगाया था कि पुलिस को वह इस मामले में कई बार कह चुके हैं, परंतु पुलिस आरोपियों पर मामला दर्ज करने से पल्ला झाड़ रही है। जिस पर अपनी बंद की चेतावनी को दोहराते हुए वाल्मीकि समाज के समूह सदस्यों ने होशियारपुर प्रैस कल्ब में एक पत्रकारवार्ता की। इस मौके समूह वाल्मीकि समाज के संगठनों के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। वाल्मीकि समाज के संगठनों व उनके समर्थन में आए अन्य संगठनों के सदस्यों ने संयुक्त तौर पर बताया कि वाल्मीकि समाज के नेताओं के साथ कुछ लोगों द्वारा बुरा व्यवहार करने व उन्हें जाति सूचक शब्द कहे जाने का मामला पिछले कुछ दिनों से लंबित है।
उन्होंने कहा कि पुलिस राजनीतिक दवाब के चलते आरोपियों को बचा रही है और अभी तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। पुलिस अधिकारियों को मामला दर्ज करने के लिए बार-बार कहा जा रहा है, लेकिन उनके कान पर जूं नहीं रेंग रही व पुलिस सीधे-सीधे आरोपियों के साथ सहानुभूति दिखा रही है। जिसको लेकर वाल्मीकि समाज में रोष है। इस दौरान उन्होंने चेतावनी दी कि 10 अगस्त को शहर बंद करवाएंगे। जोकि शांति पूर्वक होगा। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस ने फिर भी मामला न दर्ज किया तो इसके बाद जिला बंद करवाया जाएगा और यदि फिर भी नहीं मानी तो पूरे पंजाब में संघर्ष किया जाएगा। जिसके लिए वाल्मीकि समाज पूरी तरह से तैयार है।
उन्होंने शहर वासियों से अपील की कि वह इस संघर्ष में उनका साथ दें ताकि उन्हें इंसाफ मिल सके। उन्होंने कहा कि पुलिस को उसके धक्केशाही वाले रवैये का जवाब दिया जाएगा। इस मौके वाल्मीकि सभा, भावाधस, आधस, भारती मानव कल्याण महासमिति, लव कुश संघ, वाल्मीकि युवा दल, वाल्मीकि शक्ति सेना व वाल्मीकि अंबेडकर आंदोलन संस्थाओं ने एकजुट होकर फैसला लिया है। इस दौरान अनिल हंस, सुरिंदर भट्टी, चिंटू हंस, तरसेम लाल हंस, जोगिंदर पाल मंगू, सन्नी खोसला, विनोद भील, एस.एम. सिद्धू, रमन खोसला, गुरदास राम बिट्टा, नन्नू हंस, कर्ण सहोता, अभी, अजय आदि मौजूद रहे।