होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: जतिंदर प्रिंस। होशियारपुर के गांव आलोवाल के दो प्रगतिशील किसानों भाईयों ने 10 एकड़ रकबे में धान की सीधी बिजाई कर जहां कृषि की आधुनिक तकनीक को अपनाया है वहीं पानी की बचत में भी बहुमूल्य योगदान डाला है। इन किसान भाईयों का जल सरंक्षण के लिए उठाया गया कदम अन्य किसानों को भी प्रोत्साहित कर रहा है। जिलाधीश ईशा कालिया ने कहा कि जल शक्ति अभियान के अंतर्गत कृषि विभाग की ओर से धान की सीधी बिजाई को उत्साहित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गिर रहे जल स्तर को लेकर को जागरु क करना समय की जरु रत है। उन्होंने धान की सीधी बिजाई करने वाली इन किसान भाईयों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अन्य किसानों को भी जागरु क हो कर पानी की बचत के लिए आगे आना चाहिए और फसली चक्र से निकल कर कृषि के विविधिकरण को अपनाना चाहिए।
किसान जागरु क हो कर पानी की बचत के लिए आगे आएं: जिलाधीश
उधर गांव आलोवाल के किसान भाई अमृतपाल सिंह व करमदीप सिंह बताते हैं कि पिछले वर्ष उन्होंने पनीरी के माध्यम से धान की बिजाई की थी, परंतु इस वर्ष कृषि विभाग के सहयोग से व उनकी देखरेख में अपने गांव में उन्होंने पहल करते हुए धान की सीधी बिजाई की है। उन्होंने बताया कि धान की सीधी बिजाई से लगभग 35 प्रतिशत पानी की बचत हुई है व धान भी अच्छी हालत में खड़ा भी है। उन्होंने बताया कि पंजाब में लेबर की किल्लत के चलते उन्होंने करीब 4 हजार रु पए प्रति एकड़ के हिसाब से 40 हजार रु पए धान की बिजाई के खर्चे की भी बचत की है।
उन्होंने कहा कि सीधी बिजाई किए धान में कीड़े-मकौड़े व बीमारियां भी कम लगती है क्योंकि पानी न खड़ा होने की सूरत में नमी कम होती है, जिस कारण कीड़े-मकौड़े व बीमारी रहित वातावरण बना रहता है। मुख्य कृषि अधिकारी डा. विनय कुमार ने बताया कि किसानों को सही दिशा देने व नई तकनीक बताने के लिए कृषि विभाग किसानों के लिए लगातार जागरु कता कैंप व प्रदर्शनियां लगाता रहता है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि आने वाले वर्षों में धान की सीधी बिजाई का रकबा और बढ़ाएंगे व गांव के अन्य किसानों को भी यह तकनीक अपनाने के लिए उत्साहित करेंगे।