होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। श्री बांके बिहारी सेवा मंडल वैल्फेयर कमेटी की तरफ से चेयरमैन दीपक शारदा की अगुवाई में करवाई जा रही श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन मुख्य यजमान के तौर पर ब्रिजेशचंद्र विजय (विजय ब्राइडल गैलरी) व प्रभा रशमी गुप्ता ने पूजा अर्चना की और कथा प्रारंभ करवाई। कथा को आगे बढ़ाते हुए स्वामी गौरव कृष्ण शास्त्री ने कहा कि भक्त के भाव को और अपने इष्ट के प्रति भक्त की आस्था को केवल प्रभु ही समझ सकते हैं। इसीलिए जीव को अपना दुख संसार के सामने नहीं बल्कि केवल प्रभु के सामने ही प्रकट करना चाहिए। प्रभु पालनहार हैं, वे शरण में आए भक्त के सारे दुखों को हर लेते हैं। गौरव कृष्ण ने कहा कि भक्त प्रह्लाद जिसेक पिता हिरण्यकश्यप के द्वारा अति भयंकर कष्ट दिए गए।
भक्त प्रह्लाद और भगवान श्री कृष्ण अवतार की झांकी देख भावविभोर हुए श्रद्धालु
यहां तक कि श्री प्रह्लाद जी को विष पिलाया गया, हाथी से कुचलवाया गया और अग्नि में जलाया गया व तरह-तह की यातनाएं दी गईं। परन्तु भक्त प्रह्लाद जी हर जगह अपने प्रभु का ही दर्शन करते थे। इसलिए उन्हें कहीं भी किसी भी प्रकार की पीड़ा का एहसास नहीं हुआ। क्योंकि उन्हें विश्वास था कि प्रभु सदा-सर्वदा सर्वत्र विराजमान रहते हैं।
प्रभु श्रीनरसिंह भगवान भक्त के विश्वास को पूर्ण करते हुए खम्भ से प्रकट होकर यह दिखा दिया कि भक्त की इच्छा एवं विश्वास को पूर्ण करने के लिए वह कहीं भी किसी भी समय प्रकट हो सकते हैं। इस दौरान इस संबंधी प्रस्तुत की गई झांकी ने सभी का मन मोह लिया। इस मौके पर भगवान श्री कृष्ण अवतार की कथा करते हुए गौरव कृष्ण शास्त्री ने उनकी लीलाओं का वर्णन किया। इस दौरान श्रीकृष्ण अवतार की झांकी को देख सभी भावविभोर हो गए और पूरा पंडाल नंद के आनंद भयो की जयजयकार से गूंज उठा।
इस मौके पर पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री विजय सांपला, विधायक शाम चौरासी पवन कुमार आदिया, संदीप तिवाड़ी, राजेश गुप्ता, डा. रमन घई, सफी हीर, कमेटी के प्रधान रोहित शर्मा, कमेटी के कोषाध्यक्ष धीरज शर्मा, महासचिव पं. रोहित राधे, उपाध्यक्ष दीपक अरोड़ा, निरीक्षक रघुवीर बंटी, कमलजीत सेतिया, विनोद, विशू परमार, रचना, मीनाक्षी शारदा, सुष्मा सेतिया, मनन, अनिल, हिमांशू आदि मौजूद थे।