होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। म्यूजिक़ल विंड्स स्टूडियो की तरफ से 30 दिसंबर 2019 को सुप्रसिद्ध गायक एवं संगीत निर्देशक गुरदीप सिंह के साथ एक भव्य कार्यक्रम “रु-ब-रु” लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के शांति देवी मित्तल ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के लिए प्राइम एशिया टीवी मीडिया पार्टनर रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ राजिंदर कुमार (पूर्व विधायक, आदमपुर दोआबा), डा. ओम गौरी दत्तशर्मा (रिट. डिप्टी डायरेक्टर डी. डी. के.), गुरदीप सिंह, डा. एच. एस. सागर, तरलोक कुमार, वरिंदर परिहार, डा. हरजिंदर बल, कशिश होशियारपुरी, अमरीक गाफिल द्वारा ज्योति प्रज्वलित करके किया गया।
मंच का संचालन तरलोक कुमार एवं डा. सीमा ग्रेवाल ने बहुत ही शायराना अंदाज़ में किया। इस मौके पर डा. ओम गौरी दत्त शर्मा ने गुरदीप सिंह के संगीतक सफर एवं उपलब्धियों के बारे में अपने विचार पेश किये। साथ ही म्यूजिक़ल विंड्स स्टूडियो के संस्थापक तरलोक कुमार ने आये हुए सभी संगीत प्रेमी मेहमानों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का लक्ष्य युवाओं को संगीत साहित्य कलाके साथ साथ गज़़ल की ओर प्रेरित करना है।
भविष्य मे हम ऐसे और भी कार्यक्रमों द्वारा श्रोताओं के रु-ब-रु होते रहेंगे। रु-ब-रु कार्यक्रम का संगीतमय आगाज़ गुरदीप सिंह ने निदा फ़ाज़ली साहब के रूहानी कलाम के साथ किया। इसी सिलसिले में उन्होंने मिजऱ्ा ग़ालिब, जोश मलसियानी, क़तील शिफ़ाई, जाजि़ब, हाशिमशाह, मोहम्मद बख्श, प्रो. मोहन सिंह, हरजिंदर बल, गुरदयाल रौशन, तरसेम नूर, कशिश होशियारपुरी, कुमार दिलगीर, कुलविंदर कँवल, जसप्रीत कौर फलक व कँवलजीत कँवर के कलाम गाकर करीब 3 घंटे तक माहौल को खुशगवार बना दिया।
उनकी दिलकश आवाज़ के जादू ने श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया और अच्छे शेरों पर श्रोताओं की तालिओं से ऑडिटोरियम गूंजता रहा। जहाँ गुरदीप सिंह जी ने अपनी लिखी मशहूर नज़्म माँ ने कहा सुनाकर सबको संजीदा कर दिया, वहीँ शोहरत की सभी हदे पार कर चुका गीत “इश्क़ आखदा ए तेरा” और लोक गीत सुनाकर कार्यक्रम का समापन किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में म्यूजिक़ल विंड्स स्टूडियो की पूरी टीम शिखा कक्ड़, दीपक कुमरा, जगदीप हीर, गायक हरपाल लाडा अपना सहयोग दिया और साथ ही सुलिन्दर कुमार यू.एस.ए., हरमेश कुमार, डा. रजनीश कक्ड़, हरिंदर सोहल (यू. एन. एंटरटेनमेंट), दलजीत सिंह अरोड़ा (पंजाबी स्क्रीन), समरजीत सिंह शम्मी (दोआबा रेडियो) ने विशेष योगदान दिया। इस मौके पर स. अजीत अंगद, डा. बलजीत सिंह, जगजीवन जसवाल, नक्काश चित्तेवानी, सरबजीत सिंह चाहल, दीप लुधियानवी, हरजीत सिंह मठारू, दलजीत सिंह मंड, डा. अमरदीप सिंह, सुनील अग्निहोत्री शामिल रहे।