ऊना (द स्टैलर न्यूज़)। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान व श्री राम लीला मंदिर कमेटी एवं समस्त प्रभु भक्तों के सहयोग से 5 दिवसीय श्रीराम कथामृत का आयोजन 24 से 28 दिसंबर श्री हनुमान मंदिर, रामनगर, ठठल में किया गया। जोकि सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक चल रहा है। श्रीराम कथा के दूसरे दिवस में सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुश्री रूपेश्वरी भारती ने कहा कि समस्त धार्मिक ग्रंथों के समन्वय से युक्त इस भव्य आयोजन में प्रभु के जन्म एवं उनके जीवन की लीलाओं के भीतर छिपे हुए आध्यात्मिक रहस्यों को उजागर किया।
जो केवल मात्र प्रभु की जीवन गाथा व ग्रंथों की चौपाइयों का सरस पूर्ण गायन नहीं वरन एक विश्लेषणात्मक अध्यात्मिक अंर्तदृष्टि से परिपूर्ण प्रभु के अवतरण व प्रकाट्य कि दिव्य रहस्यों को परिलक्षित करता प्रसंग है। उन्होंने प्रभु के अवतरण के संबंध में बताते हुए कहा कि प्रभु श्री राम जग पालक व सृष्टि के नियामक तत्व हैं। जो साकार रूप धारण कर अयोध्या में अवतरित होते हैं। निराकार परमात्मा धर्म की स्थापना के लिए साकार रूप धारण करता है।
वह प्रत्येक मानव को उसके घट के भीतर ही अपने निराकार रूप का साक्षात्कार करवा देते हैं। साध्वी जी ने बताया कि अयोध्या हमारे मानव तन का प्रतीक है क्योंकि, प्रभु श्रीराम का जन्म अयोध्या में हुआ, जिसमें राम रूपी ईश्वर का वास हैं व जिसमें प्रभु का दर्शन संभव है। क्योंकि ईश्वर के अपने अंत:करण में दर्शन किए बिना मोक्ष की प्राप्ति नहीं हो सकती। उन्होंने बताया कि माता कौशल्या ने अपने घट में ही प्रभु के चतुर्भुज रूप में दर्शन किए हैं। साध्वी जी ने अपने ओजस्वी वाणी से कहा कि आप भी अपने भीतर ऐसा अनुभव एक सतगुरु की कृपा से कर सकते हैं। साध्वी जी ने राम जी की गुरुकुल शिक्षा की ओर इंगित करते हुये कहा कि शिक्षा मानव के लिये अति आवश्यक है पर मात्र शिक्षा कभी पूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण नहीं कर सकती।
उसके लिए हमें अपनी गुरुकुल की परिपाटी का पालन करते हुए शिक्षा के साथ-साथ दीक्षा के समन्वय को अपनाना होगा तभी मानव अपना पूर्ण विकास कर पायेगा और दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से शिक्षा और दीक्षा के समन्वय को साकार कर बच्चों के व्यक्तित्व निर्माण के लिए एक प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है जिसका नाम है मंथन। मंथन एक ऐसा कार्यक्रम है कि जिसमें गरीब बच्चों को शिक्षा और दीक्षा से समाज की उत्तरदायी इकाई बनाया जाता है। इस भव्य राम कथा आयोजन में संस्थान की ओर से अन्य साध्वियों भी बाद्य वृंद समूह के साथ विशेष रूप से पधारी हैं।
जिनके द्वारा प्रभु श्री राम की इस कथा को श्री राम चरित्र मानस की सुंदर चौपाइयों के गायन और समस्त धार्मिक ग्रंथों के समन्वय से प्रस्तुत किया जा रहा है। कथा का समापन प्रभु की पावन आरती से हुआ। आरती में विशेष रूप में श्री राम लीला मंदिर कमेटी के सभी सदस्य, वाईस चेयरमैन हिमुडा प्रवीण शर्मा, दिनेश लठ पूर्व वीडीसी चेयरमैन, रजनी मनकोटिया जिला सचिव वीजेपी, एडवोकेट मंगल सिंह राणा, विनोद मनकोटिया, एडवोकेट रमेश चौधरी, अश्विनी कुमार सहित भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।