सेना मुख्यालय के पास 3 करोड़ की कीमत का नया घर बना रहा था “डी.एस.पी. देवेन्द्र सिंह”

जम्मू-कश्मीर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। चंद सिक्कों के लालच में देश से गद्दारी करके खाकी को दागदार करने वाला देशद्रोही डी.एस.पी. देवेन्द्र जम्मू-कश्मीर सहित पूरे देश में आतंक का झाल बिछा रहा था। करोड़ों रूपये की डील के साथ कुख्यात आतंकियों के संपर्क में था। आतंकियों को चंडीगढ़ ले जाने के लिए 12 लाख रुपए में डील करने बाले देशद्रोही के मामले में रगें हाथ फंसे एंटी हाईजैकिंग विंग के डीएसपी देवेन्द्र सिंह को बीते शनिवार को कुलगाम (कश्मीर) से गिरफ्तार किया गया था। वह चार दिन की छुट्टी लेकर आतंकियों को सुरक्षित चंडीगढ़ ले जा रहा था। जांच में पता चला है कि वह पहले भी मोटी डील पर आतंकियों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने व खुफियां जानकारियां देता रहा है। पकड़ा गया डीएसपी अलग-अलग मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर नापाक इरादों के साथ आतंकी दल के मुखिया के संपर्क में था। उक्त देवेन्द्र सिंह के सारे चिट्ठे खंगाले जा रहे है और उनके खास संबंधियों के भी बैंक खाते जांचे जा रहे हैं। पकड़ा गया डी.एस.पी. लंबे समय से कुख्यात आतंकियों के लिए हथियारों की डील करता था। पूछताछ पर सुरक्षा बलों द्वारा श्रीनगर के बडगाम, खमनु समेत एक दर्जन ठिकानों से छापेमारी की जा चुकी है।

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देशद्रोह के पेंच में फंसे डीएसपी को निलंबित कर आई.बी. और रॉ उसके कच्चे चिट्ठे रहे खंगाल

इस सभी के बीच जम्मू-कश्मीर की पुलिस ने बयान जारी करते हुए कहा है कि देवेन्द्र सिंह को लेकर किसी तरह की कयासबाजी न की जाए और बिना तथ्यों के बयान ना दिए जाएं। जम्मू-कश्मीर पुलिस के डी.एस.पी. देवेंद्र सिंह के आतंकी कनैक्शन से राजनीतिक हलकों में हलचल बढ़ गई है। लगातार देवेंद्र सिंह से जुड़ी जानकारी पर टीवी से लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है। पुलिस ने साफ किया कि देवेंद्र सिंह को केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से कोई गैलेंट्री अवॉर्ड नहीं मिला है।

जे.के. पुलिस का ट्वीट: डीएसपी देवेंद्र और पुलवामा अटैक पर न हो कयासबाजी

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘देवेन्द्र सिंह को गैलेंट्री मैडल मिलने की जो बात सामने आई है वह गलत है, देवेन्द्र सिंह को सिर्फ राज्य सरकार द्वारा 2018 के स्वतंत्रता दिवस समारोह में सम्मानित किया गया था। यह सम्मान अगस्त 2017 में पुलवामा में बतौर डीएसपी एक आतंकी हमले को रोकने के लिए दिया गया था।

गौरतलब है कि देवेंद्र सिंह की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सवाल खड़े किए थे और पुलवामा आतंकी हमले की जांच होनी चाहिए और देवेन्द्र सिंह के रोल को देखा जाना चाहिए।

जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से साफ कर दिया गया है कि इस मामले में एक स्पैशल टीम बनाई गई है, जो जांच कर रही है। जो अफसर, आतंकी गिरफ्तार हुए हैं उनकी जांच की जा रही है और पिछले सभी रिकॉर्ड को खंगाला जाएगा।

सूत्रों की मानें तो डी.एस.पी. पैसों के चक्कर में फंसकर आतंकियों के संपर्क में आया और लगातार उनकी मदद कर रह था। श्रीनगर में सेना मुख्यालय (आर्मी हेडक्वार्टर) के पास ही देवेन्द्र सिंह अपना एक बड़ा घर बना रहा था। बीते कुछ समय में जब लगातार डीएसपी ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की तो वह आतंकियों के निशाने पर थे। जो घर बनाया जा रहा था, उसकी कीमत 3 करोड़ से अधिक थी। अभी तक की जांच में सामने आया है कि डीएसपी ने आतंकी नावेद के साथ पैसों की लेन-देन कबूल की है। नावेद पर पिछले काफी दिनों से नजर रखी जा रही थी और फोन कॉल के जरिए ही इस रैकेट का भांडा फूटा है। देवेंद्र सिंह पर पिछले दो दिनों से 24 घंटे नजऱ रखी जा रही थी और शनिवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

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