मैट्रिक परीक्षा: विभाग के चक्कर काट रहे छात्र, नहीं मिल रहे एडमिट कार्ड

बछवाड़ा/बेगूसराय (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: राकेश कुमार। प्रखंड मुख्यालय स्थित उच्च विद्यालय नारेपुर के विद्यालय प्रबंधक की लापरवाही का खमियाजा विद्यार्थी वर्ग को भुगतना पड़ रहा है। बताते चले कि नारेपुर उच्च विद्यालय से कुल 729 छात्रों के द्वारा मैट्रिक परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन के साथ फार्म भरा गया था, लेकिन 726 छात्रों का ही एडमिट कार्ड बिहार विद्यालय परीक्षा के द्वारा जारी किया गया।

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नारेपुर उच्च विद्यालय के छात्र अवधेश कुमार का कहना है कि फार्म भरने के समय हमसे विद्यालय प्रबंधक द्वारा 600 रुपये के बदले 900 रुपये लिए गए थे। जिसकी हमें रसीद भी नहीं दिया गया। हम आज एक सप्ताह से मैट्रिक परीक्षा प्रवेश पत्र के लिए विद्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन विद्यालय प्रधान उन्हें कभी वर्ग संचालक के पास भेजते है, जब वह वर्ग संचालक के पास जाते है तो उनके द्वारा विद्यालय प्रधान के पास भेजा जाता है, लेकिन कोई एडमिट कार्ड नहीं दे रहे है।

वहीं छात्र के अविभावक भगवानपुर झमटिया दियारा निवासी शिवजी पंडित बताते हैं कि वह पैर से विकलांग हैं और मैट्रिक परीक्षा के लिए अपने पुत्र को महाजन से सूद पर पैसे लेकर 900 रुपये दिये थे लेकिन लगता है कि एडमिट कार्ड नहीं मिलने पर हमारे बच्चों का 1 साल बर्बाद हो जाएगा, उन्होंने कहा कि एडमिट कार्ड नहीं मिलने से हमारे बच्चे अपने सहपाठियों के साथ मैट्रिक परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो पाएंगे, जिसके कारण विभागीय गड़बड़ी का खामियाजा भुगतते हुए अपने ही सहपाठियों से 1 साल जुनियर हो जाएंगे।

मामले को लेकर नारेपुर हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक राम नरेश चौधरी ने बताया कि विद्यालय की गड़बड़ी के कारण तीन छात्रों का एडमिड कार्ड नहीं आ सका है। बिहार विद्यालय परीक्षा समीति से सम्पर्क कर छात्रों को एडमिड कार्ड दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, जिला शिक्षा पदाधिकारी देवेन्द्र कुमार झा ने बताया कि बिहार विद्यालय समीति से सम्पर्क करने पर छात्रों का एडमिड कार्ड मिल सकता है।

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