होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। पंजाब सरकार की तरफ से अंतर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस मौके प्रदेश के सरकारी,अर्ध सरकारी संस्थाओं बोर्डों, निगमों के साईन बोर्डों और सडक़ों के मील पत्थर गुरमुखी लिपि के द्वारा पंजाबी भाषा में लिखना जरूरी करना बहुत ही सराहनीय कदम है। इन विचारों का प्रकटावा इंडियन ओवरसीज कांग्रेस यूरोप की महिला विंग की प्रधान डा. सोनिया कनवीनर यूरोप ने एक प्रैस विज्ञिप्त जारी करते कहा कि इस फैसले के साथ पंजाबी भाषा का ओर विकास होगा।
उन्होंने कहा पंजाबी भाषा संसार स्तर पर 10वें स्थान पर है और संसार भर में पंजाबी को बोलने वाले लगभग 15 करोड़ लोग हैं। डा सोनिया ने कहा कि विदेशों में पंजाबी भाषा अधिक प्रफोलित हो रही है, परंतु अपने घर पंजाब में पंजाबी भाषा के साथ सौतेली मां वाला सलूक किया जाता है। उन्होंने कहा सरकार द्वारा लिए गए फैसले के साथ अधिकारी और कर्मचारी पंजाबी भाषा में काम करने के लिए पाबंध होंगे। डा सोनियां ने कहा पंजाबी भाषा किसी एक खास फिरके की बोली नहीं, बल्कि समूचे पंजाबियों की भाषा है।
इस लिए हमें सभी को आपस में बातचीत करने के लिए पंजाबी भाषा का ही प्रयोग करनी चाहिए। परिवार में बच्चों के साथ पंजाबी भाषा में ही बात करने को प्रथमता देनी चाहिए जिससे आने वाली पीढ़ीयों तक पंजाबी भाषा का संचार हो सके। डा सोनिया ने कहा कि अन्य भाषाएं बोलनीं सीखना बुरी बात नहीं, अपनी मातृ भाषा पंजाबी को विसारना बहुत बूरी बात है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पंजाबी भाषा के विकास के लिए अहम कदम उठाया है। अब अधिकारी और कर्मचारी सरकार के फैसले को गंभीरता के साथ लागू करना चाहिए।