महिला दिवस मनाने से नहीं बल्कि कुछ करने से होगा सार्थक: संगीता चोपड़ा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: मुक्ता वालिया। सेंट सोल्जर ग्रुप आफ इंस्टीटूशनज की ओर से अंतर राष्ट्रीय महिला दिवस को महिला सशक्तिकरण के तौर पर मनाया गया। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागृत करना था। कार्यक्रम में मुख्य मेहमान के रूप ग्रुप की चेयरपरसन संगीता चोपड़ा उपस्थित हुए, जिनका स्वागत प्रिंसिपल अंबिका शर्मा तथा स्टाफ की ओर से किया गया।

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कार्यक्रम की शुरूआत केक काटनी की रस्म से की गई। सभी महिलाओं ने एक-दूसरे का मुंह मीठा करवाया। इस अवसर पर अपने संबोधन में श्रीमति चोपड़ा ने कहा कि महिला दिवस मनाने का उद्देश्य महिलाओं को सम्मान देना, उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना ओर उन्हें सशक्त करना है पर आज भी भारत की अधिकतर महिलाएं ‘महिला दिवस’ या ‘महिला सशक्तिकरण’ के अर्थ को भी नहीं समझती।

उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए साल में एक बार सिर्फ महिला दिवस मनाने से महिलाओं का उत्थान नहीं किया जा सकता। बेशक आज की महिला पढ़-लिख कर समाज में पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर कर चल रही हैैं परंतु समाज में बहुत सारी महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति सजग नहीं हैं। आज के अधुनिक समय में भी महिलाओं पर घर के बाहर जाने पर प्रतिबंध लगाऐ जाते है। महिलाएं घर के अंदर ओर बाहर दोनों स्थानों पर सुरक्षित नहीं है।

आज भी औरत घरेलू हिंसा का शिकार हो रही हैैं ओर वह घर से बार देर रात तक नहीं रुक सकतीं। जब तक औरतों के प्रति दृष्टिकोण नहीं बदला जाता तब तक महिलाओं का उत्थान नहीं हो सकता। इस दिवस को मानने के ओर महला सशक्तिकरण के अर्थ तभी सार्थक होंगे जब इस दिशा में समय की सरकारें के साथ-साथ समाज सेवी संस्थान भी आगे आकर अपना योगदान दें।

इस अवसर पर प्रिंसिपल अंबिका शर्मा ने कहा कि आज भी हमारे समाज में किसी परिवार में जब लडक़ी जब जन्म लेती है तो उसके संबंध में लडक़े के जन्म जैसा उत्सव नहीं मनाया जाता। एक चुप छा जाती है। लोग बधाई देने से पहले एक बार जरूर सोचते हैैं। महिलाओं के उत्थान के लिए हमें अपने घर से शुरूआत करने पड़ेगी। कार्यक्रम के अंत में सभी शामिल महिलाओं ने एक-दूसरे को महिला दिवस की बधाई ओर सेल्फीआं खींची गई।

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