हरियाणा (द स्टैलर न्यूज़़)। हरियाणा में चल रहा डाट आंदोलन रविवार को एक बार फिर से उग्र हो गया। गांव ढ़ाणी गोपाल में खैरी रोड नहर के पास आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई तथा आंदोलनकारियों ने दो बसों में आग लगा दी और पुलिस पर जमकर पत्थरबाजी की। जिसमें एक डी.एस.पी. सहित कई पुलिस कर्मी घायल हो गए। पुलिस को स्थिति नियंत्रण में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोडऩे पड़े तथा स्थिति पूरी तरह से तनावपूर्ण बनी हुई है। घटना को देखते हुए बड़ी संख्या में बड़ी संख्या में पुलिस बस तैनात कर दिया गया है। तनाव तब पैदा हुआ जब फतेहाबाद में गांव ढ़ाणी गोपाल में दिए जा रहे धरने में भाग लेने के लिए हिसार की तरफ से कुछ लोग आए और उन्हें पुलिस ने यह कहते हुए रोक दिया कि धारा 144 लगी होने के कारण वे आगे नहीं जा सकते। इसे लेकर दोनों पक्ष एक दूसरे के सामने आ गए और झगड़ शुरु गई। आंदोलनकारियों ने पुलिस पर पथराव शुरु कर दिया, जिसे रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोडऩे पड़े। इसके रोष स्वरुप भडक़े आंदोलनकारियों ने दो बसों में आ लगा दी। जानकारी अनुसार पथराव में डी.एस.पी. सहित कई पुलिस कर्मी घायल हो गए। जनवरी 29 से जाट आंदोलनकारी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं तथा उन्होंने 20 मार्च को संसद के घेराव की चेतावनी दी है। जिसे लेकर जाटों द्वारा पूरे जोश के साथ तैयारियां की जा रही हैं तो दूसरी तरफ सुरक्षा के मद्देनजर बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया जा रहा है। रविवार को पैदा हुए हालातों को देखते हुए दिल्ली की सीमाएं सील कर दी गई हैं तथा मैट्रो के हरियाणा में आने पर रोक लगा दी है।
20 मार्च से शुरू होगी सी.बी.एस.ई. की परीक्षा
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक के.पी. सिंह का कहना है कि हरियाणा में सभी राजमार्ग सुरक्षित हैं। उनका कहना है कि 20 मार्च से शुरु होने वाली सी.बी.एस.ई. की परीक्षा पूरी तरह से भयमुक्त होगी। बच्चों को परीक्षा देने में किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी और इसके लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।
यहां लगाई गई है धारा 144
रोहतक, झज्जर, पानीपन, फतेहाबाद, सोनीपत, जींद, कुरूक्षेत्र, भिवानी, झज्जर, रेवाड़ी व कैथल आदि जिलों में धारा-144 लगाई गई है। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। शराब की बिक्री पर रोक के साथ-साथ ज्वलनशील पदार्थों की बिक्री पर भी रोक लगाई गई है।