होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सफल गुरु भारत परंपरा संस्था के अध्यक्ष वीर प्रताप राणा ने एक प्रैस विज्ञप्ति में कहा कि देश में तेजी से फैल रहे कोरोना संकट से निपटने के लिए सरकार द्वारा कड़े प्रबंध किए जा रहे हैं तथा सरकार द्वारा जारी हिदायतों का सभी को पालन करना चाहिए। इसके साथ-साथ इस संकट से निपटने के लिए करोड़ों अरबों रुपये का खर्च भी आ रहा है तथा हर नागरिक अपनी समर्था अनुसार इसमें योगदान भी डाल रहा है।
इसलिए प्रदेश सरकार को पहल करते हुए जहां सभी वर्तमान व पूर्व विधायकों और मंत्रियों की पैंशन एवं वेतन कोरोना संकट तक रोक देनी चाहिए। क्योंकि, प्रदेश के लगभग सभी पूर्व व वर्तमान विधायक और मंत्री आर्थिक रुप से संपन्न हैं तथा एक-दो माह से उन्हें कोई फर्क पडऩे वाला नहीं है। भले ही उन्होंने अपना एक दिन का वेतन राहत कोष में दान कर दिया है, फिर भी सरकार को इस संकट से निपटने के लिए ढेरों रुपयों की आवश्यकता है। अगर सरकार यह कदम उठाती है तो प्रदेश के और भी धनाड्य लोगों को राहत कोष में और फंड देने की इच्छा शक्ति का प्रवल विकास होगा और सरकार का ख्जाना इतना भर जाएगा कि उसे किसी की सहायता की जरुरत ही नहीं पड़ेगी।
वीर प्रतार राणा ने कहा कि इसके साथ ही पंजाब सरकार को तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों पर 302 का मामला दर्ज करना चाहिए क्योंकि यह वो लोग हैं जिनकी मंदबुद्धि के कारण कोरोना का संकट और गहराता जा रहा है। ऐसे लोग क्षमा के काबिल नहीं है और न ही इन पर सरकारों को इतना पैसा खर्च करने की जरुरत है। सारे मामले से लगता है कि इन लोगों की लापरवाही के कारण लगभग काबू में आ चुका कोरोना संकट और बढ़ गया है। इसलिए भारत सरकार के साथ-साथ प्रदेश की सरकारों को इन पर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।