जम्मू/राजौरी (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। कोरोना वायरस ने दुनिया भर में जहां कहर मचा रखा है। वहीं जम्मू-कश्मीर को एक के बाद एक यानि दोहरी सजा भुगतनी पड़ रही है। जहां लोग आतंक से परेशान हैं वहीं कोरोना वायरस ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। लेकिन प्रशासन सतर्कता से कार्य मे लगा हुआ है। जिला राजौरी में भी वीते मार्च महीने के तीसरे सप्ताह में कोरोना वायरस से ग्रस्त तीन पॉजिटिव मामले आने की वजह से लोगों के अंदर डर फैल गया था और राजौरी जिला के अंदर सख्त पाबंदियां आयत करनी पड़ी। हम सब जानते हैं कि यह तीनों लोग तहसील मंजाकोट जिला राजौरी के निवासी थे । जिसके चलते मंजाकोट तहसील के पांच गांवों को रेड जोन करार देकर इन्हें पूरी तरह सील कर दिया गया था जबकि इनके आसपास के अन्य सात गांव में भी बफर जोन मुताबिक पाबंदीयां लगा दी गई थी और पूरे मंजाकोट तहसील क्षेत्र में सख्त पाबंदिया रहीं। हर घर, सडक़- गली के बाहर सुरक्षा बलों का पहरा लगा दिया गया था। किसी भी आदमी को इस तहसील में आवाजाही करनी की सख्त मनाही थी।
पहले मिले तीनों संक्रमित व्यक्ति हो गए थे तंदरुस्त, लेकिन अब चौथा ने बड़ाई मुश्किलें, लॉकडाउन का पालन करने की अपील
कोरोना वायरस से पीडि़त तीनों लोगों सरकारी अस्पताल जम्मू में उपचार के लिए भर्ती रहे। चार रोज पहले इनमें से एक पीडि़त व्यक्ति का टेस्ट नेगेटिव आने के बाद उसको उसके घर मंजाकोट भेज दिया गया था। उपरांत लोगों ने राहत की सांस ली थी। जिला राजौरी के साथ अन्य क्षेत्र में खुशी की लहर फैल गई जब दो अन्य भी जो कोरोना से पीडि़त थे। और उनकी तंदरुस्ती की जांच रिपोर्ट की खबर सामने आ गयी थी तो लोगों को आस जगी थी कि अब जिला राजौरी सकून की जिंदगी जीये गया। एक दिन की खुशखबरी क्या मिली राजौरी वासियों को के निवासी कोटरंका राजौरी एक व्यक्ति जो ( महामारी) लानत लेकर दो दिन पहले कश्मीर से मुगल रोड के रास्ते से जिला राजौरी में इंटर हुआ था। उस संदिग्ध हालत में पकड़ कर पुलिस ने क्वारंटाइन केंद्र थन्नामंडी राजौरी में दो रोज पहले भर्ती कर दिया था। और उसका टेस्ट लेकर जांच के लिए भेज दिया था। लेकिन उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है जिसने जिला राजौरी के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। यह भी बता दें कि कश्मीर से घर लौट रहा यह मजदूर किसी अपने साथी व घर वालों से मिल मिलाप करने से पहले ही प्रशासन ने इसे अपनी गिरफ्त में लेकर क्वारंटाइन केंद्र में डाल दिया था। लोगों से आपील है कि वह घरों के अंदर ही रहें और प्रशासन का सहयोग करें।