देश के विकास में अन्नदाता और मजदूर का महत्वपूर्ण रोल, केन्द्र कर्ज की बजाए प्रदान करे सहायता: विनोद राये

होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: समीर सैनी। कांग्रेस पब्लिक को-आर्डिनेटर सैल के जिला चेयरमैन एवं व्यापार सैल (आई.एन.टी.यू.सी.) के पंजाब प्रधान विनोद राये ने एक प्रैस नोट जारी करते हुए कहा कि कोविड-19 के कारण देश में जो हालात पैदा हुए हैं उससे न तो व्यापार रहा और न ही कृषि जिससे हर वर्ग प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि इस समय कुछ समझ में नहीं आ रहा कि दोबारा शुरूआत कहां से की जाए। ऐसी स्थिति में सरकार की तरफ से जो राहत पैकेज दिए जा रहे हैं उसमें भी समझने में काफी समस्या आ रही है।

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उन्होंने कहा कि अगर किसानों की बात की जाए तो देश का किसान पहले ही बहुत बड़े कर्जे से डूूबा हुआ है। ऐसे समयमें जब राहत की जरूरत है तो राहत के नाम पर केन्द्र सरकार कर्ज बांट रही है। एक किसान पहले ही लाखों की कर्जे में दबा हुआ है उसे सहायता की आवश्यकता है न कि और कर्ज की। उन्होंने कहा कि सरकार जो पैसा उनके खाते में डालेगी वह तो पुराने कर्ज में ही कट जाएगा और किसानों पर कर्ज का और बड़ा आंकड़ा बढ़ जाएगा।

उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा किसानों के लिए अपनाई जा रही नीति कुछ ऐसे प्रतीत हो रही है जैसे पुराने समय में किसी शाहुकार द्वारा सहायता के नाम पर किसी की जमीन हड़पने के लिए कर्ज पर कर्ज देते रहते हैं। श्री राये ने कहा कि इस वक्त देश वासियों को कर्ज नहीं बल्कि सहायता चाहिए ताकि हर वर्ग इस महामारी और आर्थिक मंदी से ऊपर ऊभ सके।

दूसरी तरफ उन्होंने मजदूर जोकि देश की अर्थव्यवस्था का मुख्य स्तंभ होते हैं बेरोजगार हैं तथा हजारो किलोमीटर पैदल चल कर अपने घरों के लिए जा रहे हैं, तथा इस सफर दौरान वह भूख से तड़प-तड़प कर मर रहे हैं। उन्होंने कहा की देश की अर्थव्यवस्था को बातों के जुमलों से नहीं ठीक किया जा सकता। राये ने कहा कि बड़े-बड़े ठग देश को लूट कर फरार हो गए हैं आज उनका कर्ज माफ करने की बजाए जरूरत है देश के अन्नदाता का कर्ज माफ करने की। अंत में उन्होंने कहा कि जिस देश का मजदूर और किसान आगे नहीं बढ़ सकता वो देश का विकास भी कभी आगे नहीं बढ़ सकता इसलिए सरकार किसानों और मजदूरों को और कर्ज न देकर उनका पिछला कर्ज माफ कर इस कर्ज को सहायता के रूप में दे।

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