सोम प्रकाश द्वारा पद का दुरुपयोग करने का संज्ञान लेते हुए उनपर कार्यवाही करे प्रधानमंत्री: संदीप सैनी

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। कुछ दिन पहले आम आदमी पार्टी की तरफ से लोक सभा हलका होशियारपुर के सांसद व केन्द्रीय राज्य मंत्री सोम प्रकार का यह कहते हुए विरोध किया था कि वे क्षेत्र से गैरहाजिर हैं और कोरोना संकट की घड़ी में अपने हलका निवासियों का सुध लेने नहीं पहुंचे। इस पर केन्द्रीय राज्य मंत्री द्वारा अद्र्ध सरकारी पत्र (डीओ लैटर) जारी करके आप कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज करवा दिया गया था। ऐसा करके जहां सोम प्रकाश ने अपने सरकारी पद का दुरुपयोग किया है वहीं भारत सरकार जनता को यह बताए कि यह मामला सोम प्रकाश ने दर्ज करवाया है या भारत सरकार ने। क्योंकि यह बात सभी जानते हैं कि डीओ लैटर किन परिस्थियों में जारी किया जाता है और उससे जनता के काम संवारे जाते हैं ताकि कार्य जल्द हों, न कि मामले दर्ज करवाने के लिए उनका प्रयोग होता है।

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-संदीप सैनी ने सोम प्रकाश की जांच हेतु चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया, प्रधानमंत्री और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को लिखा पत्र

इसलिए अब भारत सरकार का यह दायित्व बनता है कि वो जनता को डीओ लैटर जारी करने संबंधी स्पष्टिकरण दे। यह बात आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व हलका इंचार्ज संदीप सैनी ने आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में कही। संदीप सैनी ने कहा कि कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहे हलका निवासियों की सुध लेना माननीय सांसद का प्रथम कर्तव्य था। लेकिन उन्होंने अपने फर्ज का निर्वाह नहीं किया और इसी बात को लेकर वे जनता के बीत आए थे ताकि सोम प्रकाश के गैरहाजिर रहने का कारण पता चल सके। लेकिन सोम प्रकाश द्वारा अपने हलका निवासियों का सुध तो क्या ली जानी थी उलटा आप कार्यकर्ताओं के साथ-साथ एक पत्रकार पर मामला दर्ज करवाकर अपने पद का दुरुपयोग किया गया है। जोकि असंवैधानिक है। उन्होंने बताया किया इस मामले को लेकर उन्होंने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया, प्रधानमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि केन्द्रीय राज्य मंत्री सोम प्रकाश द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करके उनपर व उनके साथियों पर जो मामला दर्ज करवाया गया है उसका संज्ञान लेते हुए उन पर उचित कार्यवाही की जाए।
संदीप सैनी ने कहा कि उनकी लड़ाई न तो भारतीय जनता पार्टी के साथ है और न ही भारत सरकार के साथ। हमारा गुस्सा अपने हलके के सांसद के प्रति है कि उन्होंने विकट परिस्थितियों में हलका निवासियों की सुध नहीं ली और न ही राहत कार्यों में तेजी लाने व जिला प्र्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्यों के प्रति गंभीरता दिखाई। उन्होंने कहा कि चुनाव में किसी उम्मीदवार को मतदान करना हमारा संवैधानिक अधिकार है, लेकिन जब कोई उम्मीदवार जीत जाता है तो वह पूरे हलका का प्रतिनिधित्व करता है, न कि किसी पार्टी विशेष का। इसलिए उन्हें चाहिए कि वे अपने हलके के लिए केन्द्र सरकार से विशेष पैकेज लेकर आएं ताकि यहां के लोगों का जीवन खुशहाल हो सके। अगर वे ऐसा नहीं करते तो हलके के प्रति उनकी उदासीनता व गैरजिम्मेदाराना रवैये के प्रति हमारा संघर्ष भविष्य में भी जारी रहेगा।

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