गढ़शंकर (द स्टैलर न्यूज़)। माननीय अदालत सुप्रीम र्कोट द्वारा हर भाषा में इंडिया की जगह भारत लिखने को प्राथमिकता देने की बात की सराहना करते हुए आर्दश वैल्फेयर सोसायटी के संस्थापक प्रधान सतीश कुमार सोनी ने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट का फैसला हमारे लिए सम्मान की बात है। केंद्र व प्रदेश सरकारों को शीघ्र सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा को राष्ट्रीय भाषा का दर्जा दिया गया है, लेकिन राज्य सरकारें हिंदी भाषा को सम्मान नहीं दे रही जोकि एक चिंता का विषय है। इसके अलावा संसद में जब सांसद अपनी बात रखते है तो वह अपने संबंधित राज्य की भाषा में बोलते है तो हर भारती की समझ में उनकी बात नहीं आती। इसलिए संसद को अनुवादक का प्रबंध करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इसलिए माननीय सुप्रीम कोर्ट को यह फैसला भी करना चाहिए कि मंत्री किसी भी प्रदेश का हो उसे हिंदी भाषा की जानकारी होनी चाहिए और संसद में कोई बात रखने के लिए हिंदी भाषा का इस्तेमाल होना चाहिए।