होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब की सत्ता पर काबिज होने के लिए पंजाबियों की धार्मिक भावनाओं का लाभ उठाते हुए कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कभी गुटका सा्हब हाथ में ले कर पंजाब को नशा मुक्त करने की बात कही थी। इस से बड़ी गुटका साहिब की बेअदबी और क्या हो सकती है कि पंजाब के 22 में से 18 जिले नशा ग्रस्त हैं। उपरोक्त शब्द पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री विजय सांपला ने आज अपने कार्यालय में नशा विरोधी मुहिम को तीव्र रूप देते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहे। सांपला ने कहा कि आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि होशियारपुर जिला भी नशे की चपेट में है और यह र्दुभागयपूर्ण है कि छोटी कांशी के नाम से प्रसिद्ध होशियारपुर जिस की चर्चा कभी देश को आई.ऐ.एस.,आई.पी.एस.,पी.सी.एस. अधिकारी देने के लिए होती थी, आज केन्द्रीय सर्वे के दौरान इस की चर्चा नशेडिय़ों में हो रही है।
सांपला ने कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के मंत्री रहते हुए उन्होने पंजाब में कई नशा छुड़ाऊ एवं पुर्निवास केन्द्र दिए थे, जब कि उस की जमीन पंजाब सरकार ने उपलब्ध करवानी थी, पर पंजाब को विशेष रियायत देते हुए सभी तरह का खर्च केन्द्र ने उठाया। उन्होने कहा अब भी 260 करोड़ का बजट केंद्र सरकार ने नशा मुक्त भारत बनाने के लिए रखा है, पर पंजाब सरकार ने अपने बजट में एक भी पैसा इस कार्य के लिए नहीं रखा।
सांपला ने कहा कि अब पंजाब को नशा मुक्त बनाने का दायित्व समाज सेवी संस्थाओं, सामाजिक लोगों व पंजाब को प्रेम करने वालों को उठाना होगा, जिस के लिए प्रयास किया जा रहा है। इस अवसर पर ज्ञान बंसल, यूथ डवेलपमैंट बोर्ड पंजाब के पूर्व चेयरमैन संजीव तलवाड़ ,कमलजीत सेतिया, दिलबाग सिंह बागी, मनोज शर्मा, ऐडवोकेट नवजिंदर सिंह बेदी, अश्विनी ओहरी, भारत भूषण वर्मा, रोहित सूद हनी भी उपस्थित थे।