लखनऊ (द स्टैलर न्यूज़)। मध्यप्रदेश के राज्यपाल, लखनऊ से पूर्व सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे लालजी टंडन का मंगलवार सुबह निधन हो गया है। लालजी टंडन 12 जून से अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन पर यूपी में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। भाजपा से लेकर बीएसपी तक कई बड़े नेता सोशल मीडिया पर उनको श्रद्धांजलि दे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लालजी टंडन के निधन पर दुख जताया है। मोदी ने ट्वीट में लिखा कि लालजी टंडन को उनकी समाज सेवा के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने बीजेपी को यूपी में मजबूत बनाने में अहम रोल निभाया। उन्होंने एक प्रभावी प्रशासक के रूप में अपनी पहचान बनाई, हमेशा लोक कल्याण को महत्व दिया। वह संवैधानिक मामलों के अच्छे जानकार थे। अटल जी के साथ उनका लंबा और करीबी संबंध रहा। मैं उनके प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त करता हूं।
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने लिखा है कि लालजी टंडन जी के निधन की खबर सुनकर शोक हुआ। उनके निधन से देश ने एक लोकप्रिय जननेता, योग्य प्रशासक एवं प्रखर समाज सेवी को खोया है। वे लखनऊ के प्राण थे ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति हेतु प्रार्थना करता हूं। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। लखनऊ से सांसद और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट कर शोक जताया है। उन्होंने लिखा, स्वभाव से बेहद मिलनसार टंडन जी कार्यकर्ताओं के बीच भी बेहद लोकप्रिय थे। विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने जो विकास कार्य कराये उसकी सराहना आज भी लखनऊ और उत्तर प्रदेश के लोग करते हैं। ईश्वर समस्त शोक संतप्त परिवार को दु:ख की इस घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे।
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने लिखा कि मध्य प्रदेश के गवर्नर और यूपी में बीजेपी की सरकार में कई बार वरिष्ठ मंत्री रहे श्री लालजी टंडन, जो काफी सामाजिक, मिलनसार व संस्कारी व्यक्ति थे, उनका इलाज के दौरान आज लखनऊ में निधन होने की खबर अति-दु:खद व उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना। राज्यपाल लालजी टंडन के लीवर में दिक्कत पाए जाने और यूरिन में कठिनाई के साथ बुखार की शिकायतों के बाद उन्हें पहली बार 12 जून को मेदांता में भर्ती कराया गया था, बाद में, उन्हें यकृत और यूरिन इंफेक्शन का पता चला। 16 जून को सीएम योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल जाकर उनका हालचाल जाना था। लाल जी टंडन को बेहद सामान्य जीवनशैली वाला नेता माना जाता था। लाल जी टंडन उत्तर प्रदेश में बीजेपी बीएसपी सरकार के सूत्रधार भी रहे। उन्होंने कल्याण सिंह सरकार और मायावती सरकार में बतौर मंत्री भी कार्य किया।