कैप्टन अमरिंदर ने जिलों में महामारी से निपटने के लिए नौजवान आई.ए.एस. अधिकारी किए नियुक्त

Newly-elected Amritsar MP Capt Amarinder Singh in Sector 10 of Chandigarh on Monday, May 26 2014. Express photo by Sumit Malhotra

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। राज्य में कोविड के मामलों की बढ़ रही संख्या के दरमियान पंजाब सरकार ने अमृतसर और पटियाला में दो नौजवान आई.एस. अधिकारियों को नोडल अफसरों के तौर पर नियुक्त किया है। यह दोनों अधिकारी दो सरकारी मैडीकल कालेजों में मरीज़ों की बढ़ रही संख्या से निपटने के लिए कुशल प्रबंध करने के साथ-साथ कोविड इलाज मुहैया करवा रहे प्राईवेट सैक्टर के अस्पतालों के साथ भी तालमेल बिठाएंगे। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आई.एस. अधिकारियों को संबंधित जिलों और डा. के.के. तलवाड़ के नेतृत्व वाली राज्य की स्वस्थ्य सलाहकार कमेटी के दरमियान तालमेल करने का जिम्मा भी सौंपा है।

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इसके अलावा मुख्यमंत्री ने इन अधिकारियों को कोविड की टेस्टिंग, एकांतवास, दाखि़ल मरीज़ों, इलाज और मरीज़ों को छुट्टी से सम्बन्धित रोज़मर्रा की ज़रूरतों और चुनौतियों के साथ निपटने का कार्य भी सौंपा। यह अधिकारी कोविड देखभाल वाले प्राईवेट अस्पतालों के साथ तालमेल करके राज्य सरकार की तरफ से तय की कीमतों और अन्य नियमों की सख्ती से पालना के द्वारा मरीज़ों को बेहतर संभव इलाज मुहैया करवाने को यकीनी बनाऐंगे। इसी दौरान मुख्य सचिव ने समूह डिप्टी कमिश्नरों को अपने-अपने जिलों में गतिशील नौजवान अफसरों की शिनाख्त करने के हुक्म दिए हैं जिससे हर कोविड मरीज़ का पता लगा कर उनको इलाज और देखभाल के अलावा समय पर बढिय़ा स्वस्थ्य सहूलतें मुहैया करवाने में तालमेल किया जा सके।

मुख्य सचिव के मुताबिक इन अधिकारियों के कामकाज के साथ कोविड केयर सैंटर, एकांतवास केंद्र, एकांतवास की सुविधाओं, ऐबूलैंस सेवाओं समेत अस्पतालों और संस्थाओं की कोविड से सम्बन्धित सभी ज़रूरतों के लिए तालमेल और निगरानी का काम एक हाथ में हो जाने से मरीज़ों और उनके परिवारों के लिए कोरोना संकट से निपटने की प्रक्रिया और सुचारू एवं सुविधाजनक हो जायेगी। इन अधिकारियों की तत्काल दख़ल के लिए डाक्टर तलवाड़ के नेतृत्व वाली सलाहकार कमेटी के पास सीधी पहुँच होगी और यह अधिकारी किसी तरह की सहायता के लिए मरीज़ों के लिए भी उपलब्ध रहेंगे। नोडल अफ़सर यह भी यकीनी बनाऐंगे कि मरीज़ों को किसी भी स्तर पर कोई भी दिक्कत या समस्या पेश न आए। बदकिसमती से यदि कोविड मरीज़ की मौत हो जाती है तो मृतक शरीर के संस्कार /दफऩ की रस्मों को आई.सी.एम.आर. के प्रोटोकोल और दिशा-निर्देशों के मुताबिक पूरा करने में सहयोग दिया जायेगा।

अमृतसर और पटियाला, जहाँ दूसरे जिलों के मुकाबले कोविड मामलों की संख्या ज़्यादा है, इन नोडल अफसरों को सम्बन्धित सरकारी मैडीकल कालेजों में कोविड केयर के इंचार्ज के तौर पर तैनात किया गया है। मुख्य सचिव की तरफ से जारी किये हुक्मों के मुताबिक साल -2012 बैच के आई.ए.एस. अधिकारी सुरभी मलिक को पटियाला के सरकारी मैडीकल कालेज के कोविड केयर की कमान सौंपी गई है जबकि साल -2014 बैच के हिमांशु अग्रवाल को सरकारी मैडीकल कालेज अमृतसर के कोविड केयर का जिम्मा सौंपा गया है। दोनों नौजवान आई.ए.एस. अफसरों को संबंधित जि़लो में तीसरे दर्जे (ट्रशरी) के कोविड अस्पतालों के इंचार्ज के साथ-साथ मैडीकल शिक्षा और अनुसंधान के ग़ैर -सरकारी अतिरिक्त सचिव बनाया गया है।

यह अधिकारी अपने मौजूदा कामकाज के अलावा इन कामों को देखेंगे। सुरभी मलिक इस समय पर पटियाला विकास अथॉरिटी की मुख्य प्रशासक के साथ-साथ स्पोर्टस यूनिवर्सिटी पटियाला के रजिस्ट्रार के तौर पर तैनात हैं जबकि हिंमाशु अग्रवाल अमृतसर में अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (जनरल) के तौर पर तैनात हैं। इसी तरह अलग हुक्मों में जि़ला मैजिस्ट्रेट लुधियाना ने अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) सन्दीप कुमार को नोडल अफ़सर नियुक्त करके जि़ले में मरीज़ के पॉजिटिव आने से लेकर इलाज/मौत तक कोविड मरीज़ों की देखभाल और इलाज के लिए तालमेल करने का जिम्मा सौंपा गया है।

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