जब-जब कैप्टन सक्रिय होते हैं कर्मचारियों पर चलता है हंटर: तीक्ष्ण

होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब के कर्मचारियों को बहुत से झांसे देकर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब में अपनी सरकार बना ली। कच्चे तथा ठेका मुलाजिमों को पक्का करना तथा पे कमीशन लागू करना 2017 के विधानसभा चुनाव के प्रमुख मुद्दे के तौर पर कांग्रेस ने उठाकर कर्मचारियों को लुभाने का काम किया है व उनकी वोटें बटोरी हैं। अब जब सरकार बनी को साडे 3 साल बीत चुके हैं पंजाब के सरकारी कर्मचारी अपने को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। अपनी मांगे मनवाने के लिए नित्य धरने व प्रदर्शन करने के बाद भी सरकार से उन्हें कोई राहत नहीं मिल रही। इसके बिल्कुल उलट पिछले कुछ दिनों में ही बहुत से कर्मचारी विरोधी फैसले सरकार ने लेकर उनके जख्मों पर नमक छिडक़ा है।

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रोज-रोज के कर्मचारी विरोधी फैसलों से परेशान है कर्मचारी

कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने की बजाय उनकी छुट्टी कर दी है। मुख्य अध्यापकों की तनख्वाह में कटौती की है। 2 दिन पहले कर्मचारियों के टेलीफोन भत्ते पर कैंची चलाई गई तथा बीते कल मेडिकल भत्तों में कटौती कर दी गई ,यह तो रही सुविधाओं की बात। बहुत से कर्मचारियों पर यह कहा गया है कि निकम्मे कर्मचारियों को नौकरी से छुट्टी कर दी जाएगी, उनके सिर पर नौकरी से हटने की तलवार लटका दी गई है। पहले लोग कहते थे कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ऐशपरस्ती में व्यस्त है तथा अति आवश्यक विषयों पर समय पर फैसले नहीं ले रहे व पंजाब में सरकार काम करती दिखाई नहीं दे रही और अब कुछ दिनों से मुख्यमंत्री जी कैबिनेट मीटिंग करते हुए सक्रिय नजर आ रहे हैं तो नित्य प्रति कर्मचारी विरोधी फैसलों का हंटर चल रहा है।

उपरोक्त के संबंध में अपने विचार प्रकट करते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद व अन्य भाजपा नेताओं जिला अध्यक्ष निपुण शर्मा, महामंत्री विनोद परमार, पूर्व मेयर शिव सूद, सतीश बावा ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि पंजाब के लोगों ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के प्रलोभन भरे वादों के कारण कांग्रेस की सरकार बनाई थी, परंतु जहां तो लेने के देने पड़ रहे हैं।

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