होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। कोरोना संकट के चलते केंद्र द्वारा आपदा राहत फण्ड व गरीब कल्याण फण्ड आदि स्कीमों के अंतर्गत पंजाब के करीब डेढ़ करोड़ परिवारों को मुफ्त राशन सप्लाई किया गया था। जिसकी बांट पंजाब सरकार की विभिन्न एजेंसियों द्वारा की जानी थी। इस राशन में हुए घोटाले के संबंध में शुरू से ही भारतीय जनता पार्टी ने अपनी आवाज उठाते हुए कहा कि मुफ्त राशन बांटने में बंदरबांट हो रही है।
गरीब परिवारों तक राशन नहीं पहुंच रहा है। इस सिलसिले में कई भाजपा कार्यकर्ताओं पर झूठे केस दर्ज करके उनकी आवाज दबाने की कोशिश की गई। राशन घोटाले की अधिकारित पुष्टि की खबरें आने पर पूर्व मंत्री तथा वरिष्ठ भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद व अन्य भाजपा नेताओं जिलाध्यक्ष निपुण शर्मा, पूर्व मेयर शिव सूद, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य विजय पठानिया, महामंत्री विनोद परमार, उपाध्यक्ष सुरेश भाटिया, सतीश बावा ने सरकार को घेरते हुए कहा कि पंजाब सरकार ने केंद्रीय राशन में घोटाला करके गरीब परिवारों से धोखा किया है और घोर अन्याय किया है। ऐसी संकट की घड़ी में जब सभी ने अपनी विभिन्न योगदान करके गरीब जरूरतमंदों की सहायता में लंगर लगाकर तथा राशन बांटकर अपने हाथ आगे बढ़ाएं तो पंजाब सरकार ने उनकी मदद करने की बजाए उनका राशन हड़प कर बड़ा घोटाला कर दिया है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि राशन घोटाले में मोहल्ला, वार्ड तथा गांव से लेकर ऊपर तक सभी कांग्रेसी कार्यकर्ता भी शामिल है क्यूंकि कईयों ने राशन वितरण को राजनीतिक हथियार के तौर पर उपयोग किया। कईयों ने जो राशन में बांटने के लिए मिला था को खुर्द- बूर्द करके पैसे कमा लिए। उन्होंने कहा कि अभी भी बहुत से कांग्रेसियों के घरों तथा गोदामों में पड़ा सरकारी राशन सड़ रहा है। भाजपा नेताओं ने कहा कि उन्हें पंजाब सरकार द्वारा छानबीन के लिए लगाई गई किसी भी एजेंसी पर विश्वास नहीं है। जिन डिप्टी कमिश्नरओं की देखरेख में राशन वितरण का काम हुआ है वह निष्पक्ष रुप से घोटाले की जांच कैसे करेंगे। इसलिए पंजाब सरकार को राशन के इस महा घोटाले की जांच सीबीआई से करवाने चाहिए। भाजपा नेताओं ने कहा कि इस घोटाले में होशियारपुर पहले स्थान पर आया है जिससे होशियारपुर निवासी बुरी तरह से शर्मसार है।