गांधी जी के संदेश के आधार पर समर्पण की भावना के साथ कत्र्तव्य निभाने वाले डाक्टरों का किया जायेगा सम्मान: चेयरपर्सन ममता दत्ता

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। महात्मा गांधी के फलसफे और आदर्शों के अनुसार कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में सबसे आगे डटने वाले डॉक्टरों का पंजाब खादी एवं ग्राम उद्योग बोर्ड (पी.के.वी.आई.बी) द्वारा राष्ट्र पिता की 151वीं जयंती पर सम्मान किया जायेगा। यह जानकारी देते हुए पी.के.वी.आई.बी. की चेयरपर्सन  ममता दत्ता ने कहा कि डॉक्टरों ने यह लड़ाई अपनी जि़ंदगी दाव पर लगाकर लड़ी है जोकि बहुत ही साहस का काम है। उन्होंने कहा कि ऐसे योद्धाओं विशेष रूप से चैरिटेबल अस्पतालों में काम करने वाले डॉक्टरों जिनको सरकारी बजट या बड़े कॉर्पोरेट घरानों की तरफ से वित्तीय सहायता नहीं दी जाती, को सम्मानित किया जायेगा।
ममता दत्ता ने सीनियर वाइस-चेयरमैन अनिल मेहता, वाइस -चेयरमैन  हरिन्दर सिंह लखमीरवाला की हाजिऱी में बोर्ड के मुख्यालय में राष्ट्र पिता महात्मा गांधी की 151वीं जयंती पर उनको ‘पुष्पांजलि’ भेंट की। इस मौके पर बोर्ड के चार मैंबरों के अलावा बोर्ड के कर्मचारी और पेंशनर भी मौजूद थे।
प्रोग्राम की शुरुआत में चेयरपर्सन ने पंजाब के मुख्यमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व और उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री  सुंदर शाम अरोड़ा के मार्गदर्शन की सराहना की। उन्होंने उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रमुख अलोक शेखर, आई.ए.एस और उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के डायरैक्टर  सिबन सी, आई.ए.एस द्वारा दिए निरंतर सहयोग की भी प्रशंसा की।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के तीन चैरिटेबल अस्पतालों में क्रिश्चियन मैडीकल कॉलेज और हस्पताल, लुधियाना, श्री गुरु हरकृष्ण साहिब मल्टी सुपर सपैशलिटी हस्पताल, सोहाना और डालमिया चैरिटेबल ट्रस्ट, अमृतसर के डॉक्टरों के लिए विशेष तौर पर 1500 बी.आई.एस प्रमाणित और आई.एस.आई मार्का एफएफपी-2 (एन 95) मास्क देने का फ़ैसला किया गया।
बोर्ड ने एक छोटे निर्माता मैसर्ज पायस इनकॉर्पोरेशन, लुधियाना का मास्क उपलब्ध कराने के लिए चयन भी किया है। यह उत्तर भारत की ऐसी पहली इकाई है जिसने बीआईएस प्रमाणित मास्क तैयार किये। यह हमारे पंजाबी उद्यमियों के विशाल उद्यम को दिखाता है। बोर्ड पंजाब के उद्यमियों के यत्नों की भी प्रशंसा करता है जिन्होंने पीपीई कवरेज और एन-95 के मास्क तैयार किये हैं। अब राज्य में 16 प्रमाणित मास्क निर्माता और 141 पीपीई (बॉडी कवर्स) निर्माता हैं और इनकी संख्या जो (लॉकडाउन की शुरुआत के समय अर्थात 24.03.2020 को) 0 थी अब 141 हो गई है।
गांधी जी के फलसफे और दान करने की भावना के मद्देनजऱ बोर्ड के कर्मचारियों और पैंशनरों ने इस उद्देश्य के लिए क्रमवार अपने एक दिन के वेतन और पैंशन का योगदान दिया। सभी मौजूद व्यक्तियों ने महात्मा गांधी की भावना को कायम रखने और राज्य में रोजग़ार पैदा करने के उद्देश्य की पूर्ति के लिए स्वयं को समर्पित करने का प्रण लिया।
श्रीमती दत्ता ने बताया कि पंजाब खादी एवं ग्राम उद्योग बोर्ड का ग्रामीण रोजग़ार पैदा करने का लम्बा इतिहास रहा है। अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के चलते इसे साल 2007 में देश का सर्वोत्त्म प्रदर्शन करने वाला बोर्ड घोषित गया था। यह मूल एजेंसी है जो कि पूरी तरह रोजग़ार पैदा करने को समर्पित है। इस प्रकार, बोर्ड के पास पंजाब के माननीय मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की ड्रीम स्कीम ‘घर-घर रोजगार’ संबंधी उद्देश्य है। बोर्ड की तरफ से मौजूदा साल के दौरान 4736 व्यक्तियों को रोजग़ार देने के लक्ष्य के साथ 592 इकाईयों को कुल 17.75 करोड़ रुपए की सब्सिडी देने का प्रस्ताव है और राष्ट्रीयकृत बैंकों के द्वारा 80.00 करोड़ रुपए के ऋण वितरित किए जाएंगे।

Advertisements

कोरोना महामारी ने मौजूदा रोजग़ार के मौकों के साथ साथ विश्वव्यापी आर्थिक मंदी के कारण प्रस्तावित रोजग़ार संभावनाओं पर भारी असर डाला है। योग्य व्यक्ति रोजग़ार से वंचित हैं और इस दृष्टिकोण में पी.एम.ई.जी.पी. और स्व-रोजग़ार प्रोजेक्टों की महत्ता और ज़्यादा बढ़ गई है। आज योग्य और तजुर्बेकार व्यक्तियों के पास नौकरियाँ नहीं हैं और सफल स्व-रोजग़ार के उद्यम स्थापित करने का बढिय़ा मौका है और जिनको बैंक भी कजऱ्े देने के लिए तैयार हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here